ब्लिट्ज ब्यूरो
भारत से एक्सपोर्ट किए जाने वाले मसालों में कैंसर पैदा करने वाले केमिकल्स की मौजूदगी को लेकर हंगामा अभी थमा नहीं था कि अब ऐसा बताया जा रहा है कि भारत से एक्सपोर्ट किए जाने वाले कई फूड प्रोडक्ट्स में कैंसरकारी केमिकल की मौजूदगी की जानकारी सामने आई है।
एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित समाचार के मुताबिक यूरोपियन फूड सेफ्टी अथॉरिटी को सितंबर 2020 से अप्रैल 2024 तक ऐसी 527 खाने की चीजों में कैंसरकारक केमिकल मिला है जो भारत से जुड़ी हैं। इनमें 332 चीजें ऐसी हैं जो भारत में बनी हैं। इस केमिकल का नाम वही है जो एवरेस्ट और एमडीएच के मसालों में मिला था यानी एथिलीन ऑक्साइड। जिन चीजों में एथिलीन ऑक्साइड मिला है, उनमें ड्राई फ्रूट्स और सीड्स पहले नंबर पर हैं। ड्राई फ्रूट्स और सीड्स से जुड़ी 313 चीजों में यह केमिकल पाया गया।
एथिलीन ऑक्साइड है क्या
दरअसल एथिलीन ऑक्साइड एक कीटनाशक है जिसका इस्तेमाल खेती में कीटों को मारने में किया जाता है। साथ ही यह स्टरलाइजिंग एजेंट के रूप में भी काम करता है। खाने-पीने की चीजों में मिलाने के लिए इसे बैन किया गया है लेकिन मसालों में इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में कर सकते हैं। एथिलीन ऑक्साइड के ज्यादा सेवन से पेट और स्तन कैंसर होने का खतरा रहता है। अगर लंबे समय तक एथिलीन ऑक्साइड किसी भी रूप में खाया जाए तो इससे पेट में इन्फेक्शन, पेट का कैंसर और अन्य बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर एफएसएसएआई से जवाब मांगा है | एक अर्जी में यह कहा गया है कि खाने और फूड आइटम्स में कीटनाशक और अन्य केमिकल का काफी ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है । याचिका में कहा गया है कि दालें, अनाज और अन्य आइटम्स पर रंग किया जा रहा है । इस कारण देश भर में बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है या फिर वो गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं ।
सौ बात की एक बात यह है कि आज के समय में कुछ भी शुद्ध नहीं रह गया है | बाजारों में जो प्रोडक्ट्स ‘शुद्ध’ केटेगरी के तहत बेचे जाते है, उनमें भी शरीर को नुकसान पहुंचने वाले कुछ न कुछ रसायन रहते ही हैं, आज के समय में जरूरी है कि हम अपने खान पान पर विशेष ध्यान रखें।