ब्लिट्ज ब्यूरो
हैदराबाद। लोकसभा की 17 सीटों वाले तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का सूपड़ा साफ हो जाना कहीं से भी अप्रत्याशित नहीं है। उसके हिस्से की सीटें भाजपा और कांग्रेस ने आपस में बांट ली हैं। दोनों पार्टियों ने आठ-आठ सीटें जीती हैं। पिछली बार तीन सीटें जीतने वाली कांग्रेस थौड़ा ज्यादा फायदे में है।
भाजपा ने सिटिंग चारों सीटें जीतते हुए चार सीटें और जोड़ते हुए तीन चौथाई तेलंगाना में पांव पसार लिए हैं। अधिकांश सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस में सिमटा दिखने से साफ है कि भाजपा यहां बीआरएस का विकल्प बनकर उभरी है। उसके अधिकांश वोट भी भाजपा की झोली में गए। इसी जनविश्वास के बूते भाजपा अगले विधानसभा चुनाव में अच्छे दिनों की अभी से उम्मीद संजोने लगी है। वहीं, तमाम घेराबंदी की कोशिशों के बीच ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अपनी परंपरागत हैदराबाद सीट से पांचवीं बार जीत दर्ज करने में सफल रहे। उनके विरोधियों को जवाब यह है कि जनता ने पिछली बार उन्हें 2.80 लाख मतों से जिताया था, इस बार 3.3 लाख से जिताया है।
तेलंगाना की चुनावी तस्वीर का खाका दिसंबर-23 में हुई बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव की सत्ता से बेदखली के साथ ही तय दिखने लगा था। स्पष्ट संकेत था कि विधानसभा चुनाव में 10 प्रतिशत मतों की गिरावट का झटका आगे भी लगने वाला है। लगा भी। बीआरएस के बिखराव का पूरा फायदा भाजपा ने उठाया। विधानसभा चुनाव में सिर्फ आठ सीटें जीतने वाली भाजपा लोकसभा चुनाव में भी इतनी ही सीटें जीतने में कामयाब हो गई।
यह जीत इसलिए भी मायने रखती है, क्योंकि तेलंगाना के 10 पुराने जिलों में से भाजपा आठ में धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रही है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा नेता रणनीति बदल और संगठित्त प्रयास करके ब्रांड-मोदी को जनता तक पहुंचाने में कामयाब रहे। भाजपा ने बीआरएस और कांग्रेस, दोनों के ही पिछड़ा वर्ग के वोट में तगड़ी सेंधमारी की और गौड, यादव, मुदिराज जैसी जातियों को पहली पसंद बन गई।
मोदी ने की थीं सात रैलियां
प्रधानमंत्री ने तेलंगाना में कुल सात रैलियां कीं। देश के मतदाताओं के लिहाज से सबसे बड़ी लोकसभा सीट मलकाजगिरि से उन्होंने यहां चुनाव अभियान की शुरुआत की। रोड शो के अलावा वारंगल, मेडक, नागर कुरनूल, अदीलाबाद, महबूब नगर और हैदराबाद में रैलियां हुई। पीएम मोदी की रैलियों का प्रभाव भाजपा के चुनाव नतीजों में देखा जा सकता है।