ब्लिट्ज ब्यूरो
कानपुर। शहर के कानपुर इलेक्टि्रक सिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (केस्को) के सभी सब स्टेशनों पर अगर कोई रोबोट काम करते दिखे, तो चौंकिएगा मत क्योंकि, आने वाले समय में शहर के 90 से अधिक सब स्टेशनों पर रोबोट ही पूरा काम संभालेंगे। दरअसल, पावर ग्रिड संस्था ने आईआईटी कानपुर के साथ एक करार किया है। इसके तहत अब सबस्टेशन पर इंस्पेक्शन का काम रोजाना रोबोट करेंगे। शहर के पनकी स्थित सबस्टेशन पर रोबोट ने काम करना शुरू भी कर दिया है। इन रोबोट से जो रिपोर्ट आला अफसरों को मिलेगी, उसके आधार पर वह अपने स्तर से कमियों को दूर करेंगे। आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि आईआईटी कानपुर में ही इस रोबोट को तैयार किया गया है। इसका परीक्षण पनकी सब स्टेशन पर जारी है।
कम समय में होगा ज्यादा काम
आमतौर पर देखने को मिलता है कि जब किसी सब स्टेशन पर फाल्ट हो जाता है, तो उसे ढूंढ़ने में बिजली कर्मचारियों को काफी समय लग जाता है। ऐसे में आम जनता परेशान होती है। वहीं, यह इंस्पेक्शन रोबोट बिजली के फाल्ट को भी आसानी से पता लगा लेगा। इसके बाद जल्द ही उस फाल्ट को ठीक किया जा सकेगा। इससे बिजली कर्मचारी को सहूलियत मिलेगी और काम भी समय से और आसानी से हो सकेगा।
2 साल में बनकर हुआ तैयार
इंस्पेक्शन रोबोट को बनाने में आईआईटी कानपुर को लगभग 2 साल का समय लगा है। यह अब आखिरी स्टेज पर है। अभी यह सेमी ऑटोनॉमस रूप से कम कर रहा है। इसको फुली ऑटोमेटिक करने पर काम चल रहा है। इस रोबोट को बनाने में लगभग एक करोड़ रुपये का खर्च आया है। यह देश का पहला इंस्पेक्शन रोबोट है। बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि यह रोबोट देश भर के बिजली विभागों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
अन्य फील्ड में भी मील का पत्थर
इसके साथ ही यह अन्य फील्ड में भी मील का पत्थर साबित हो सकता है । डिफेंस क्षेत्र में यह बेहद कारगर साबित होगा। जहां पर इंसान नहीं जा सकते, वहां यह पहुंच सकता है, डाटा कलेक्शन कर सकता है, चीजों का पता लगा सकता है। खुफिया जानकारी लाने में भी यह मदद कर सकता है। देश में कहीं भूकंप आता है, तो वहां पर भी यह स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट बना सकता है।