ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। रिपब्लिकन पार्टी से अमेरिकी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए दावेदारी कर रहे विवेक रामास्वामी ने कहा है कि उनका हिंदू धर्म इसमें कोई बाधा नहीं है। सीएनएन टाउनहॉल कार्यक्रम के दौरान विवेक रामास्वामी से उनके हिंदू धर्म के बारे में प्रश्न किया गया। उनसे कहा गया कि कई लोग कहते हैं कि आप हमारे राष्ट्रपति नहीं बन सकते क्योंकि आपका धर्म वह नहीं है जिस पर हमारे संस्थापकों ने हमारे देश को बनाया था। यानी आप ईसाई नहीं है, जिस धर्म के लोगों की अमेरिका में बहुलता है।
झूठ नहीं बोलने जा रहा
विवेक रामास्वामी ने इस प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, मैं एक हिंदू हूं और मैं अपनी कोई नकली पहचान नहीं बनाऊंगा। अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाने के लिए मैं झूठ नहीं बोलने जा रहा हूं। अपनी धार्मिक मान्यताओं के आधार पर मैं समझता हूं कि भगवान हम में से प्रत्येक के भीतर रहते हैं। मुझे लगता है कि हम सभी समान हैं। विवेक रामास्वामी ने जोर देकर कहा कि हिंदू धर्म और ईसाई धर्म समान मूल्यों को साझा करते हैं। विवेक स्वामी अमेरिकी लेखक और बड़े कारोबारी हैं। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए अपनी दावेदारी ठोंकने के बाद से वह चर्चा में है ं। 2025 के अमेरिकी चुनाव के पहले रिपब्लिकन पार्टी अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को चुनने की प्रक्रिया से गुजर रही है। इसके लिए विवेक रामास्वामी भी दावेदारी ठोंक रहे हैं।
शिक्षा व करियर
रामास्वामी ने हार्वर्ड और येल से पढ़ाई करने के बाद बायो टेक्नॉलोजी के क्षेत्र में बिजनेस किया और इसके बाद एसेट मैनेजमेंट फर्म बनाई जिसने उनको बड़े कारोबारियों की लिस्ट में लाकर खड़ा कर दिया। अभी तक रामास्वामी ने कोई इलेक्शन नहीं लड़ा है लेकिन अब वो यूएस के प्रेसीडेंट बनना चाहते हैं
ईसाई धर्म को बढ़ावा नहीं दे सकता
रामास्वामी ने कहा कि वह ये भी साफ कर देना चाहते हैं कि ईसाई धर्म को बढ़ावा देने के लिए वह सही विकल्प नहीं हैं। अगर आप पूछते हैं कि क्या मैं इस देश में ईसाई धर्म फैलाने के लिए सबसे अच्छा होऊंगा तो मैं साफ कर दूं कि मैं इसके लिए सही विकल्प नहीं हूं और और न ही ये यूएस के राष्ट्रपति का काम है। रामास्वामी ने आश्वासन दिया कि वह उन मूल्यों के लिए खड़े रहेंगे जिन पर अमेरिका की स्थापना हुई थी।