ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय हॉकी खिलाड़ी सुखजीत सिंह का पैर पीठ की चोट के चलते लकवाग्रस्त हो गया था। पंजाब के इस खिलाड़ी के जज्बे से हर मुश्किल हार गई। छह साल पहले की निराशा को पीछे छोड़ वह ओलंपिक की चुनौती के लिए तैयार हैं।
भारत के लिए 2022 में पदार्पण करने वाले अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी ने कहा, ओलंपिक में खेलना मेरे और मेरे परिवार के लिए एक सपना रहा है। जालंधर में जन्मे सुखजीत ने पिता अजीत सिंह (पंजाब पुलिस के पूर्व हॉकी खिलाड़ी) से प्रेरित होकर छह साल की उम्र में हॉकी खेलना शुरू किया था। सुखजीत को 2018 में सीनियर टीम के लिए मुख्य संभावित शिविर में शामिल किया गया था लेकिन पीठ की गंभीर चोट के कारण उनका दाहिना पैर अस्थायी रूप से लकवाग्रस्त हो गया था।
उन्होंने कहा, वह समय मेरे जीवन का सबसे कठिन दौर में एक था। मुझे फिर अपने पैरों पर खड़ा करने में पिता की भूमिका महत्वपूर्ण थी।