ब्लिट्ज ब्यूरो
अयोध्या। इकबाल अंसारी बेहद खुश हैं। पिता हाशिम अंसारी की मौत के बाद अयोध्या मामले में मस्जिद पक्ष के मुद्दई रहे इकबाल कहते हैं-राजनीति करने वाले चले गए, तो अब अयोध्या भी निखरने लगी है। पूरा श्रेय पीएम मोदी व सीएम योगी को ही है।
श्रीराममंदिर से संबंधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 1992 में जब मस्जिद टूट गई थी, पिताजी तभी इस मामले को भुला देना चाहते थे। 2010 में हाईकोर्ट के फैसले के बाद वे आगे नहीं लड़ना चाहते थे। निर्मोही अखाड़ा सबसे पहले सुप्रीमकोर्ट पहुंचा। हम तो एक दिन बाकी रहा, तब गए।
सुप्रीमकोर्ट का निर्णय आया तो मुसलमानों ने उसे पूरी तरह स्वीकार कर लिया। उनके मन में कुछ नहीं रहा। अब जो कुछ हो रहा है, मुसलमान उसमें खुश है। उन्हें कोई दुख नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या आम मुसलमान भी आपकी सोच के साथ हैं, इकबाल अंसारी ने कहा, पिताजी कहते थे कि अयोध्या के हिंदू-मुसलमान में कभी कोई दंगा-फसाद नहीं हुआ। मैं देख रहा हूं, यहां के स्थानीय लोगों में कभी कोई दिक्क त नहीं रही। गंगा-जमुनी तहजीब कायम रही है। राजनीति करने वाले बाहर से आते रहे और अपनी राजनीति करके चले गए। हिंदू-मुसलमान वाली बात हो सकता है, कहीं बाहर हो, अयोध्या में तो नहीं है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मुझे शिलान्यास समारोह का न्योता मिला था। मैं गया भी और अपनी श्रद्धा व हैसियत के हिसाब से चंदा भी दिया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण मिला तो जरूर जाऊंगा। अंसारी बोले, हमारा धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता है। हमारे समाज के लोगों ने कोई टीका-टिप्पणी नहीं की। चंद लोग हैं, जो मुझसे दुश्मनी रखते हैं। ऐसा भाव रखने वाले बाहरी हैं। वे क्या कहते हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता। हमने तो पीएम नरेंद्र मोदी के आने पर पुष्प वर्षा भी की।
सभी अपने-अपने नियम-धर्म से काम करते हैं
सिख हों या जैन, सनातन को नहीं मानते। मुसलमान भी सनातन को नहीं मानता। सभी अपने-अपने नियम-धर्म से अपना काम करते हैं। सिख हों या जैन, अयोध्या आते हैं तो हनुमानगढ़ी जाते हैं, तो मेरे जाने में क्या बुराई है? हम अच्छी सीख लेने के लिए जाते हैं, बुराई से मेरा मतलब नहीं।
मथुरा और काशी का मसला वहां के लोग जानें
मथुरा-काशी से जुड़े विवाद पर उन्होंने कहा कि अयोध्या के वक्त यही बात हुई थी कि इस मसले को खत्म कर दिया जाए तो आगे विवाद नहीं बढ़ेगा। सुप्रीम कोर्ट ने आस्था के बिना पर फैसला दिया। मुसलमान ने पूरा सम्मान किया। पूरे देश में एक पत्ता नहीं हिला। हम अयोध्या में हैं। मथुरा और काशी का मसला वहां के लोग जानें।
मंदिर का सियासी नफा-नुकसान
मंदिर के सियासी नफा-नुकसान से हमारा कोई लेना देना नहीं है। मंदिर बनवाने वाले किस पार्टी को बुलाते हैं, नहीं बुलाते हैं, इससे हमारा कोई ताल्लुक नहीं।
प्रधानमंत्री की योजनाएं भेदभाव रहित
सरकारी योजनाओं से जुड़े सवाल के जवाब में इकबाल अंसारी बोले, प्रधानमंत्री की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं है। मुसलमानों को पूरा लाभ मिल रहा है। हम अपने आसपास देखते हैं कि सबको लाभ मिल रहा है।
मेरी लोगों से अपील है कि अयोध्या सुंदर हो रही है। लोग अयोध्या आएं और देखें। जो अपने धर्म का पक्क ा होगा, वही समाज का भी पक्क ा होगा। जो धर्म का पक्क ा नहीं होगा, वह समाज का पक्क ा नहीं हो सकता।
अयोध्या आगे बढ़ रही, सच्चाई कहने में बुराई नहीं
अयोध्या में पवित्र सरयू नदी, हनुमानजी का मंदिर है। श्रीराम-सीता की 10 हजार मूर्तियां हैं। यहां मुसलमानों की मजार और सिखों का गुरुद्वारा है।
अयोध्या श्रद्धा से भरपूर रही है। रेलवे स्टेशन, सड़क, एयरपोर्ट, ये काम पहले ही हो जाने चाहिए थे। आज रेलवे स्टेशन बड़ा हो गया। सड़कें चौड़ी हो गईं। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन गया। अयोध्या के विकास की तारीफ हो रही है। सब मोदी-योगी की देन है। सच्चाई कहने में कोई बुराई नहीं है।