संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) डिफेंस कॉरिडोर को ध्यान में रखकर कोर्स शुरू करने की योजना बना रहा है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में बनने जा रहे डिफेंस कॉरिडोर से भविष्य में रोजगार के अवसरों को ध्यान में रखते हुए गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने एकेटीयू को डिफेंस कॉरिडोर को ध्यान में रखते हुए रोजगारपरक कोर्सेज शुरू करने के लिए कहा है। वीसी प्रो.जेपी पांडेय ने बताया कि गवर्नर के निर्देशानुसार एकेटीयू डिफेंस कॉरिडोर और डिफेंस स्टडी से संबंधित कोर्स शुरू करने का खाका तैयार कर रहा है। इसके अलावा बीटेक, एमटेक और पीएचडी में डिफेंस कॉरिडोर को ध्यान में रखकर कई पेपर या टॉपिक शामिल किये जाएंगे।
एकेडमिक काउंसिल में रखी जाएगी रूपरेखा
एकेटीयू की ओर से नए कोर्सेज की रूपरेखा को तैयार किए जाने के बाद एकेडमिक काउंसिल में रखा जाएगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद इनमें दाखिले की प्रक्रिया को पूरा कराया जाएगा। एकेटीयू वीसी ने बताया कि इन कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया समर्थ पोर्टल के जरिए करने की योजना है। लंबित वादों को भी पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। सेंट्रलाइज व्यवस्था से एकेटीयू को तो फायदा होगा ही, प्रक्रिया भी पारदर्शी होगी।
फैकल्टी डेवलपमेंट पर फोकस
एकेटीयू अपने घटक और सम्बद्ध संस्थानों के फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) पर भी फोकस कर रहा है। इससे शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ेगी। अनुसंधान और इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा नेशनल एजुकेशन पालिसी (एनईपी-2020) को समझने में भी एफडीपी से फायदा होगा। वीसी ने बताया कि इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग विषयों से संबंधित 21 एफडीपी कार्यक्रम कराए जा सकते हैं। इसके लिए एकेटीयू आर्थिक सहायता भी देगा। संबद्ध संस्थानों को 15 सितंबर से पहले एफडीपी आयोजित करना होगा।
भुगतान के लिए फाइलें एफडीपी के संचालन की तारीख से तीन सप्ताह के भीतर रजिस्ट्रार, एकेटीयू के कार्यालय में जमा करनी होंगी। तय डेट के बाद जमा की गई फाइलों पर भुगतान के लिए कार्रवाई नहीं की जाएगी। एफडीपी कार्यक्रमों से संबंधित किसी भी प्रश्न/स्पष्टीकरण के लिए संस्थान डीन एफईटी एकेटीयू से ईमेल dean.fet@aktu.ac.in पर संपर्क कर सकते हैं।
इन कोर्सेज से क्या होगा फायदा?
इन कोर्सेज से छात्रों के साथ-साथ कंपनियों को भी फायदा होगा। रक्षा क्षेत्र में कुशल कर्मियों की भारी मांग है। बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। जिससे यहां फैक्टि्रयां लगेंगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ऐसे में इन कोर्स को करने से स्टूडेंट्स को डिफेंस कॉरिडोर में रोजगार के कई अवसर मिलेंगे। रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिलेगा। वहीं बीटेक, एमटेक और पीएचडी में इसके स्पेशलाइजेशन पेपर शुरू होने से कंपनियों को भी स्किल्ड मैनपॉवर मिल सकेगी।