ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। देश में हवाई यातायात को सुगम बनाने के लिए छोटे शहरों, कस्बों को हवाई मार्ग से जोड़ा जा रहा है। बीते एक दशक में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हो गई है।
केंद्र सरकार की योजना के अनुसार अगले पांच से सात साल में देश में हवाई अड्डों की संख्या 220 तक ले जाने का लक्ष्य है। एक लाख करोड़ रुपये की पूंजीगत व्यय की योजना सरकार की है। भारत में 2040 तक सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात का 50 फीसदी होने का अनुमान है।
उड़ान योजना का लाभ
अक्टूबर 2016 में केंद्र सरकार ने उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य आम नागरिक के लिए विमान यात्रा को संभव बनाना था। योजना के तहत नए हवाई मार्गों और क्षेत्रीय उड्डयन विकास से 1.30 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए है।
दरभंगा से लेकर मुंद्रा तक हवाई सेवा से जुड़े
उड़ान योजना के तहत देशभर के 30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक जोड़ा जा चुका है। इनमें गुजरात के मुंद्रा से लेकर अरुणाचल प्रदेश के तेजू तक के हवाई अड्डे शामिल हैं। उड़ान के अंतर्गत संचालित कई हवाई अड्डों जैसे दरभंगा, हुबली, कन्नूर, मैसूर इत्यादि से नियमित तौर पर उड़ानें संचालित हो रही हैं।
इन नए टर्मिनल भवनों का हुआ उद्घाटन
पुणे हवाई अड्डा
कोल्हापुर
ग्वालियर
जबलपुर
दिल्ली
लखनऊ
अलीगढ़
आजमगढ़
चित्रकूट
मुरादाबाद
श्रावस्ती
आदमपुर
नए टर्मिनल भवनों का शिलान्यास
कडप्पा हवाई अड्डा
हुबली
बेलगावी