नई दिल्ली। केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकोम में जी-20 देशों की दूसरी शेरपा बैठक संपन्न हो गई। भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि बैठक सार्थक और रचनात्मक रही। कुमारकोम में संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि 99 प्रतिशत प्रमुख मुद्दों पर सहमति हो गई है। अमिताभ कांत ने कहा कि संधारणीय विकास लक्ष्यों पर सकारात्मक और ठोस बातचीत हुई। अब तक भारत के 30 शहरों में 50 बैठकें हो चुकी हैं। इससे क्षेत्रीय बुनियादी सुविधाओं में सुधार हुआ है। सभी 20 देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें सार्थक व परिणामोन्मुखी रहीं। 30 मार्च से 02 अप्रैल हुई विभिन्न बैठकों में बैठक में जी 20 सदस्यों, 9 आमंत्रित देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों के 120 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
वसुधैव कुटुम्बकम ्
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन द्वारा कार्यक्रम की औपचारिक कार्यवाही का उद्घाटन किया गया था। केरल में शेरपाओं का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय अध्यक्षता के विषय ‘वसुधैव कुटुम्बकम ्’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की गूंज दुनिया भर में है, क्योंकि इसमें सभी को शामिल करने वाला समावेशी संदेश, आज के समय में विश्व में मौजूद अलग अलग चुनौतियों को अपने दायरे में लाता है।
50 बैठकों का आयोजन
उन्होंने देश भर के 27 विभिन्न शहरों में अब तक 50 जी20 बैठकों के सफल आयोजन के लिए सभी जी20 देशों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा भारतीय अध्यक्षता को दिए गए समर्थन की सराहना की।
प्रथमिकता वाले क्षेत्र
पहचान किए गए मुख्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें पहला सत्र तकनीकी बदलावों पर केंद्रित था और दूसरा त्वरित, समावेशी और लचीले विकास के साथ-साथ महिलाओं के नेतृत्व में उन्नति पर था।
आंकड़ों की उपयोगिता
प्रतिनिधियों ने डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की प्रासंगिकता, डिजिटल तकनीक में क्षेत्रों के बीच असमानता को खत्म करने की आवश्यकता और विकास के लिए आंकड़ों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और इस क्षेत्र पर भारत की जी20 अध्यक्षता में दिए गए विशेष महत्व की सराहना की और एसडीजी के लिए इसकी प्रासंगिकता पर बात की ।
महिला सशक्तिकरण
देशों द्वारा उठाए गए विषयों ने भी विकास के केंद्र में महिला सशक्तिकरण और महिला नेतृत्व की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से उजागर किया। प्रतिनिधियों ने लचीले विकास और बहाली के पथ पर लौटने के लिए सभी को साथ लेकर चलने वाले प्रयासों के महत्व पर भी जोर दिया।
शेरपाओं ने जायजा लिया
शेरपाओं ने डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति, कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार और भ्रष्टाचार-विरोध पर विभिन्न जी20 शेरपा ट्रैक कार्य समूहों की प्रगति का जायजा लिया।
शेरपाओं ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, खाद्य सुरक्षा निर्माण के लिए आंकड़े, डिजिटल स्वास्थ्य और महामारी के लिए तैयारी, रोकथाम और प्रतिक्रिया, तकनीक-सक्षम शिक्षा, वैश्विक कौशल के मानचित्रण आदि पर इन कार्य समूहों में महत्वपूर्ण विचार-विमर्श के बाद प्रस्तावित विभिन्न कार्रवाई योग्य कदमों पर टिप्पणी की और आगे का रास्ता सुझाया।
‘कयाल वार्तालाप’
जी20 शेरपाओं ने ‘कयाल वार्तालाप’ (बैकवाटर में चाय पर चर्चा) में भी भाग लिया, जहां उन्होंने जी20 के लक्ष्य को आगे बढ़ाने और साझा चिंताओं पर सहयोग और समझ को गहरा करने के लिए चर्चा की। भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने पूरे दिन अपने समकक्षों के साथ कारगर द्विपक्षीय चर्चा भी की।
बैठकों का पहला औपचारिक दिन सांस्कृतिक संध्या और रात्रिभोज ‘चर्चायम अहारवम’ के साथ संपन्न हुआ था।
राज्यपाल, सीएम भी शामिल
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केरल के मुख्य सचिव वी. पी. जॉय के साथ रात्रिभोज में भाग लिया। प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और जी20 के प्रतिनिधियों ने वडक्कन पट्टू (केरल के पारंपरिक गाथा गीत) पर आधारित नाटक ‘ओथिरुम मोहितम’ का शानदार प्रस्तुतिकरण देखा और विभिन्न नृत्य-रूपों ने उन्हें केरल की समृद्ध विरासत की झलक दिखाई।