ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय बाजार के लिए लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं। हाल ही में जेपी मॉर्गन ने भारत को अपने इंडेक्स में शामिल करने का एलान किया हैं। उसके बाद अब ब्लूमबर्ग के इंडेक्स में भी भारत को शामिल करने की बातें चल रही हैं। अगर ऐसा होता है तो भारतीय बाजार में फंड का फ्लो बढ़ जाएगा। यह 20 से 25 अरब डॉलर तक हो सकता है।
इसी महीने शुरू होगी बैठक
एक रिपोर्ट के अनुसार ब्लूमबर्ग इंडेक्स सर्विसेज की इसी महीने अहम बैठक शुरू होने वाली है। प्रस्तावित एडवाइजरी मीटिंग में एशिया, यूरोप और अमेरिका में ब्लूमबर्ग फिक्स्ड इनकम इंडेक्स को लेकर विचार होगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि बैठक में भारतीय सॉवरेन बॉन्ड को इंडेक्स में जगह देने के बारे में भी बातें हो सकती हैं।
जेपी मॉर्गन ने किया ये एलान
इससे पहले जेपी मॉर्गन ने अपने ग्लोबल गवर्नमेंट बॉन्ड इंडेक्स-इमर्जिंग मार्केट में भारतीय बॉन्ड को शामिल किया था। जेपी मॉर्गन ने दो सप्ताह पहले ही यह एलान किया था। उसके बाद अब ब्लूमबर्ग इंडेक्स में भारत के शामिल होने की उम्मीद बढ़ी है। जेपी मॉर्गन और ब्लूमबर्ग के बॉन्ड इंडेक्स को अंतरराष्ट्रीय निवेशक बेंचमार्क की तरह यूज करते हैं। मतलब वे उन्हीं बेंचमार्क के हिसाब से बाजारों में पैसे लगाते हैं। स्वाभाविक है कि इंडेक्स में जगह मिलने के बाद भारत को भी उन निवेशकों के पोर्टफोलियो का हिस्सा मिलेगा। जेपी मॉर्गन के इंडेक्स में भारत को जून 2024 से जगह मिलने वाली है।
इस तरह से होता है विचार
एक रिपोर्ट के अनुसार ब्लूमबर्ग इंडेक्स सर्विस लिमिटेड की ब्लूमबर्ग फिक्स्ड इनकम इंडेक्स एडवाइजरी काउंसिल की बैठक अक्टूबर के अंत में या नवंबर की शुरुआत में होने वाली है। यह बैठक हर एक साल में एक बार होती है। बैठक में एडवाइजरी काउंसिल द्वारा इंडेक्स के यूजर्स के सुझावों पर विचार किया जाता है। चूंकि भारतीय बॉन्ड बाजार को लेकर धारणा बेहतर हुई है और हाल ही में जेपी मॉर्गन ने शामिल करने का ऐलान किया है, ब्लूमबर्ग इंडेक्स के यूजर भारत को शामिल करने के सुझाव दे सकते हैं।
ऑफिशियल डॉक्यूमेंट में भी जिक्र
ब्लूमबर्ग इंडेक्स सर्विस लिमिटेड के एक आधिकारिक दस्तावेज में भी इस बात का जिक्र किया गया है। दस्तावेज में कहा गया है कि बैठक में इंडिया ट्रेजरी फुली एक्सेसिबल रूट बॉन्ड बाजार को ग्लोबल एग्रीगेट और इमर्जिंग मार्केट लोकल करेंसी इंडिसेज में शामिल करने पर विचार किया जाएगा।
आ सकता है इतना विदेशी निवेश
ब्लूमबर्ग ग्लोबल एग्रीगेट इंडेक्स का वेटेज 0.6 से 0.8 फीसदी है। ऐसे में अगर इस इंडेक्स में भारत को शामिल किया जाता है, तो भारतीय बाजार में करीब 20-25 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आ सकता है। इसके अलावा जेपी मॉर्गन के इंडेक्स में जगह मिलने से भी भारतीय बाजार को करीब 20-25 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश मिलेगा।