संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम जल्द ही यूपीआई इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों के लिए क्रेडिट लाइन सुविधा शुरू करने वाला है। यह सुविधा शुरू होने के बाद आपका यूपीआई खाता क्रेडिट कार्ड की तरह काम करेगा। इससे आपके खाते में पैसा न होने पर भी आराम से भुगतान किया जा सकेगा। दरअसल यूपीआई पर क्रेडिट लाइन और कुछ नहीं बल्कि बैंक खाते का उपयोग करने वाले ग्राहक के लिए पूर्व स्वीकृत कर्ज जैसा है। यह बैंक खाता ग्राहकों के यूपीआई खातों से लिंक होता है।
निगम का कहना है कि हर ग्राहक को उसके सिविल स्कोर के हिसाब से क्रेडिट लाइन मिलेगी। इस क्रेडिट का इस्तेमाल सिर्फ व्यापारी के पास किया जा सकेगा। इसके एवज में बैंक निश्चित ब्याज भी वसूलेंगे। निगम ने कई निजी और सरकारी बैंकों से इस संबंध में वार्ता की है।
आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, पीएनबी, इंडियन बैंक और एक्सिस बैंक इससे जुड़ने की सहमति दे चुके हैं। सात देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है यूपीआई। एक रिपोर्ट के अनुसार अभी 53 फीसदी ऑनलाइन ग्राहक यूपीआई से कर रहे हैं भुगतान।
सुविधा से व्यापारियों को भी फायदा
ग्राहकों के साथ दुकानदारों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। अभी क्रेडिट कार्ड से दो हजार से ऊपर का भुगतान करने पर दुकानदारों को करीब दो फीसदी का चार्ज देना पड़ता है। यूपीआई में क्रेडिट लाइन मिलने के बाद इस तरह की फीस नहीं चुकानी होगी। यह अलग बात है कि क्रेडिट कार्ड में एक निश्चित अवधि तक आपको कोई ब्याज नहीं देना पड़ता लेकिन यूपीआई की क्रेडिट लाइन में आपको इस्तेमाल की गई राशि पर ब्याज देना पड़ेगा। यह एक तरह से ओवरड्राफ्ट सुविधा की तरह काम करेगा।
कतर में यूपीआई की तैयारी
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने कतर में क्यू आर कोड आधारित यूपीआई भुगतान सेवा शुरू करने के लिए क्यूएनबी के साथ करार किया है। निगम ने कहा कि मध्य पूर्व और अफ्रीका के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान क्यूएनबी के साथ यूपीआई भुगतान शुरू करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए है।