मुंबई। केंद्रीय कैबिनेट ने महाराष्ट्र के वधावन में ऑल-वेदर ग्रीनफील्ड डीपड्राफ्ट पोर्ट के विकास को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना पर 76 हजार करोड़ से अधिक का खर्च आएगा। इस संबंध में एनसीपी के राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत की आधारभूत संरचना नई ऊंचाइयों को छू रही है।
प्रफुल्ल पटेल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”महाराष्ट्र के पालघर जिल के धनाउ के लिए उल्लेखनीय पल जिसे 76,220 करोड़ रुपये की वधावन बंदरगाह परियोजना को मंजूरी मिल गई है। पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश की आधारभूत संरचना निरंतर मजबूत हो रही है।
298 मिलियन टन प्रोडक्ट स्टोर करने की होगी क्षमता
उधर, केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि परियोजना के खर्च में भूमि अधिग्रहण का व्यय भी शामिल है। इसमें वार्षिक रूप से 298 मिलियन मीट्रिक टन प्रोडक्ट को स्टोर करने की क्षमता होगी। बताया जा रहा है कि यह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10 लाख रोजगार पैदा करेगा और क्षेत्र के कायाकल्प में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
पोर्ट में होंगे चार बर्थ
इसमें करीब 23.2 मिलियन टीईयू कंटेनरल हैंडलिंग की क्षमता होगी। हालांकि पहले चरण में यहां 15 मिलियन टीईयू कंटेनर हैंडलिंग की क्षमता होगी। दूसरे चरण में यह 23.2 मिलियन टीईयू कंटेनर संभालेगा। इसके अलावा चार बहुदउद्देशी बर्थ होंगे। इनमें तटीय बर्थ, लिक्विड कार्गो बर्थ, रो-रो बर्थ और एक तटरक्षक बर्थ शामिल होगा।
बता दें कि इस पोर्ट में नौ कंटेनर टर्मिनल होंगे। प्रत्येक कंटेनर टर्मिनल की लंबाई 1,000 मीटर होगी। इस परियोजना की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि यह पोर्ट आर्थिक गतिविधि को बढ़ाएगा जिससे 10 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा और साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान देगा।