ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने देश के पहले निजी लॉन्चपैड से स्वदेशी 3 डी- प्रिंटेड सेमी क्रायोजेनिक रॉकेट अग्निबाण का सफल परीक्षण कर इतिहास रच दिया। निजी स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस के बाद चेन्नई की अग्निकुल कॉसमॉस यह कामयाबी हासिल करने वाली दूसरी कंपनी बन गई है।
अग्निकुल ने श्रीहरिकोटा में धनुष लॉन्चपैड से एकल चरण रॉकेट अग्निबाण सॉर्टेड (सब ऑर्बिटल टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर) का सफल परीक्षण किया। रॉकेट आठ किमी ऊंचाई तक जाने के लिए डिजाइन किया गया था। इसके बाद उसे समुद्र में गिरा दिया गया। परीक्षण की कोई लाइव स्ट्रीमिंग नहीं की गई। मिशन लॉन्च से स्प्लैशडाउन होने तक दो मिनट तक चला।
इसरो ने की तारीफ
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अग्निबाण सॉर्टेड-01 मिशन के सफल प्रक्षेपण को बड़ी उपलब्धि बताया है। इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा, 3डी प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक इंजन, फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम समेत कई प्रथम सफलताओं से स्वदेशी डिजाइन और नवाचार की क्षमता का पता चलता है।
मील का पत्थर
वहीं, भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेस) के अध्यक्ष पवन गोयनका ने कहा, अग्निबाण का सफल प्रक्षेपण न केवल अग्निकुल के लिए मील का पत्थर है, बल्कि निजी क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में योगदान दे रहा है।
टीम में 200 से अधिक इंजीनियर
अग्निकुल टीम में 200 से अधिक इंजीनियर शामिल हैं और यह आईआईटी मद्रास में राष्ट्रीय दहन अनुसंधान एवं विकास केंद्र (एनसीसीआरडी) से जुड़ी हुई है। इनका मार्गदर्शन इसरो के 45 पूर्व वैज्ञानिक कर रहे हैं।
अग्निबाण एक उपलब्धि
– 300 किलोग्राम तक का भार ले जा सकता है
– दो चरण वाला प्रक्षेपण यान
– पेलोड (भार) को लगभग 700 किलोमीटर की कक्षा में ले जा सकता है।
– तरल और गैस प्रणोदकों के मिश्रण के साथ • अर्ध-क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग करता है रॉकेट।
– यह तकनीक अभी तक इसरो ने भी अपने किसी रॉकेट में प्रदर्शित नहीं की है।
पूरे देश को गर्व उल्लेखनीय उपलब्धि…..
दुनिया के पहले सिंगल पीस 3डी प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक इंजन से संचालित अग्निबाण रॉकेट का सफल प्रक्षेपण भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए अहम अवसर है। यह हमारी युवा शक्ति की उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रमाण है।
– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
दुनिया के पहले सिंगल पीस 3डी प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक इंजन से संचालित अग्निबाण रॉकेट का सफल प्रक्षेपण भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए अहम अवसर है। यह हमारी युवा शक्ति की उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रमाण है।
– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री