संजय द्विवेदी
लखनऊ। यूपी में काफी तेज़ी से विकास हो रहा है। व्यवस्था को और सटीक बनाने के लिए लखनऊ में 6 जिलों को शामिल किया जा रहा है और एनसीआर की तर्ज पर एक और शहर बसाने की तैयारी चल रही है।
जिस तरह देश की राजधानी दिल्ली से सटे विभिन्न राज्यों के शहरों को मिलाकर एनसीआर विकसित किया गया है, उसी तर्ज पर अब यूपी में भी योजना बन रही है। यूपी की योगी सरकार लखनऊ और आसपास के जिलों को मिलाकर एससीआर यानी स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर) विकसित करने के प्लान पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों आवास एवं शहरी नियोजन विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने स्टेट कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एससीआरडीए) के जल्द से जल्द गठन के निर्देश दिए।
अधिकारियों को निर्देश
बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि तीन महीने के अंदर एससीआरडीए की कार्ययोजना प्रस्तुत करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एससीआरडीए में लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर और बाराबंकी को शामिल किया जाएगा। साथ ही राजधानी लखनऊ को एससीआरडीए का मुख्यालय बनाया जाएगा और नागरिकों की सुविधा के लिए बाकी जनपदों में रीजनल ऑफिस खोले जाएंगे । बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि वरिष्ठ अधिकारी की निगरानी में एससीआरडीए का प्लान तैयार किया जाए।
– शामिल होने वाले जिले लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर और बाराबंकी
– अधिकारी अगले 100 साल की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर शहरी विकास की योजना बनाएं
नियोजित शहरी विकास का मॉडल
आपको बता दें कि झांसी औद्योगिक विकास प्राधिकरण के बाद एससीआरडीए प्रदेश में नियोजित शहरी विकास का मॉडल होगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अगले 100 साल की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शहरी विकास की योजना बनाएं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि शहरी विकास की जो भी योजनाएं तैयार हों उनका आधार निवेश और रोजगार होना चाहिए।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अमृत योजना के अंतर्गत 59 शहरों के लिए तैयार किया जा रहा मास्टर प्लान शासन के पास भेज दें। उन्होंने कहा कि शामली, बड़ौत, चंदौसी, गोंडा एवं अमरोहा में पहली बार मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, इसमें तेजी लाएं। साथ ही लोनी और मोदीनगर को गाजियाबाद में इंट्रीग्रेटेड करते हुए एक मास्टर प्लान बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर मास्टर प्लान का नक्शा पास हो गया है, अगर वहां कोई बिल्डर नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।