विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चिर परिचित विश्वास भरे अंदाज में कहा कि अगली बार वह फिर लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे। देश को 3 गारंटी देते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति को परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से मुक्ति मिलना जरूरी है। पीएम मोदी ने यह विचार 77वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से व्यक्त किए ।
पीएम मोदी ने तिरंगा फहराने के बाद अपना संबोधन ‘मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन…’ से प्रारंभ किया। 90 मिनट यानी डेढ़ घंटे के अपने भाषण में पीएम मोदी ने ‘परिवारजन’ शब्द 48 बार प्रयोग किया। प्रधानमंत्री ने लाल किले पर 10वीं बार झंडा फहराने के बाद देशवासियों को बधाई दी। पीएम ने मणिपुर हिंसा, रिफॉर्म्स पर भी बात की। साथ ही अपनी सरकार के काम का 10 साल का हिसाब-किताब भी दिया। पीएम मोदी ने लोगों से आशीर्वाद मांगते हुए कहा, ‘2047 में देश जब स्वतंत्रता के 100 साल का जश्न मनाए तो हमारे देश का तिरंगा दुनिया में विकसित देश की पहचान के साथ लहराए। इसके लिए आने वाले 5 साल को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया और दावा किया कि लाल किले पर 2024 में वे ही तिरंगा फहराएंगे।’ यहां यह भी उल्लेख करना बनता है कि अभी हाल ही में संसद में लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि अगली बार वे ही सरकार बनाएंगे और विपक्ष फिर अविश्वास प्रस्ताव लाएगा। पीएम का यही आत्मविश्वास लालकिले में भी झलक रहा था।
पीएम मोदी ने देशवासियों को 3 गारंटी भी दीं। पहली- 5 साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा। दूसरी- शहरों में किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत मिलेगी। तीसरी- देशभर में 25 हजार जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। 17 सितंबर को विश्वकर्मा योजना शुरू करने का भी एलान उन्होंने किया।
– 10 साल के कार्यकाल का ब्योरा भी दिया nसंसद वाले आत्मविश्वास की झलक लालकिले पर भी दिखी
मणिपुर का दो बार जिक्र करते हुए कहा कि मणिपुर में मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लोगों की जान गई। कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है। शांति के प्रयास किए जा रहे हैं। मोदी इस बार ऑफ-व्हाइट कुर्ता और काले रंग की जैकेट में नजर आए। उन्होंने जोधपुरी बांधनी प्रिंट का साफा पहना, जिसमें पीला, हरा और लाल रंग था। 1000 साल की गुलामी का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि मैं देख रहा हूं फिर एक बार देश के सामने एक मौका आया है। ये अमृतकाल का पहला वर्ष है। हम इस कालखंड में जी रहे हैं। सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय के लिए काम करेंगे। जो प्रकाशपुंज भारत से उठा है, उसे विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है। हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे, जो फैसला लेंगे, वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है।
पीएम मोदी बोले, देश में अवसरों की कमी नहीं है, जितने अवसर की जरूरत होगी, उतने अवसर निकाले जाएंगे। भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है विश्वास, सरकार के प्रति जन जन का विश्वास और विश्व का भारत के प्रति विश्वास।
देश आने वाले 5 सालों में 3 वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में एक होगा।
दूसरी गारंटी
शहरों में किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत मिलेगी।
तीसरी गारंटी
देशभर में 10 हजार से बढ़ाकर 25000 जनऔषधि केंद्र खोले जाएंगे।