नई दिल्ली। पुराना संसद भवन, जिसने ब्रिटिश काल का अंत और देश की आजादी की सुबह देखी, जहां आधी रात को पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का पहला भाषण गूंजा, देश को संविधान मिला, मंगलवार को संसदीय कार्यवाही के अंतिम दिन भी उसी शान, गरिमा, गौरव का परिचय करवाता रहा जिसके लिए दुनिया में उसकी धमक है। इस इमारत को अंग्रेजों ने लंबी हुकूमत की चाहत में बनवाया था। काउंसिल हाउस से संसद बनी यह इमारत न जाने कितने ही यादगार लम्हों की साक्षी रही है।
1921 में पुरानी संसद को बनाने का काम शुरू हुआ था। हालांकि 1911 में भारत के दौरे पर आए ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की ओर से दिल्ली को देश की राजधानी बनाने के साथ ही संसद, इंडिया गेट, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक समेत हेरिजेट बिल्डिंग बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
दिल्ली का सेंट्रल हिस्सा लुटियंस दिल्ली कहलाता है, जहां पर संसद, इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन समेत देश की कई प्रमुख इमारतें मौजूद हैं। लुटियंस दिल्ली का नाम आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस के नाम रखा गया, जिन्होंने इन इमारतों को डिजाइन किया था। एडविन लुटियंस के साथ हरबर्ट बेकर ने भी इन बिल्डिंगों के डिजाइन तैयार किए थे। 1927 में संसद भवन बनकर तैयार हुआ। 6 एकड़ (24, 281 वर्ग मीटर) में बनी इस इमारत को तैयार करने में 6 साल का समय लगा था। पुरानी संसद की 75 साल की यादें-
– बनकर तैयार- 1927
– डिजाइनर- एडविन लुटियंस, हरबर्ट बेकर
– पुराना नाम- काउंसिल हाउस
– संविधान सभा की पहली बैठक- 9 दिसंबर 1946
– भारत को सत्ता का हस्तांतरण- 15 अगस्त 1947
– संविधान अपनाया गया- 26 नवंबर 1949
– लोकसभा-राज्यसभा की पहली बैठक- 13 मई 1952
– पहला अविश्वास प्रस्ताव- 1963
– पहला सत्र-1952
– आखिरी सत्र-2023
28 जुलाई, 1979 को जनता दल (एस) के नेता चौधरी चरण सिंह कांग्रेस व सीपीआई के समर्थन से प्रधानमंत्री बने। हालांकि इंदिरा गांधी के समर्थन वापस लेने एक महीने के अंदर ही सरकार गिर गई और उन्होंने संसद का सामना किए बिना ही इस्तीफा दे दिया।
■ 75 साल का सफर-
■- अब तक 5,047 लोकसभा सदस्य
■- अब तक 2,418 राज्यसभा सांसद
– 4,796 बार पेश की गई संसदीय कमेटी की रिपोर्ट
– 10.44 लाख बार हुई बहस
-10.12 लाख पूछे गए सवाल
– 6,473 बार हुई लोकसभा की बैठक
– 5,606 बार हुई राज्यसभा की बैठक
– 3,914 बिल हुए पास
– 17 लोकसभा स्पीकर बने
– 14 राज्यसभा सभापति बने
– संसद में अब तक 41 विदेशी नेता भाषण दे चुके
– 40- विश्वासमत
3 बार संसद का संयुक्त सत्र
– 990 संसदीय बहस में पीएम की भागीदरी
– 171 बार संसद में राष्ट्रपति का संबोधन
– 91 बार पेश किया गया बजट।