ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री ने कहा, स्वच्छ भारत अभियान ने हमारे देश में जन भागीदारी के मायने ही बदल दिए हैं। इस अभियान का एक महत्वपूर्ण आयाम है ‘वेस्ट टू वेल्थ’। ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले की एक बहन कमला मोहराना स्वयं सहायता समूह चलाती हैं।
इस समूह की महिलाएं दूध की थैली और दूसरी प्लास्टिक पैकिंग से टोकरी और मोबाइल स्टैंड जैसी कई चीजें बनाती हैं। ये इनके लिए स्वच्छता के साथ ही आमदनी का भी एक अच्छा जरिया बन रहा है। हम अगर ठान लें तो स्वच्छ भारत में अपना बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं |
कम-से-कम प्लास्टिक के बैग की जगह कपड़े के बैग का संकल्प तो हम सबको लेना ही चाहिए। आप देखेंगे, आपका ये संकल्प आपको कितना सन्तोष देगा, और दूसरे लोगों को जरूर प्रेरित करेगा और लोग उससे निश्िचत तौर पर लाभान्वित होंगे।