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पोर्ट ब्लेयर। अंडमान की नैसर्गिक सुंदरता वाले स्वराज द्वीप में आयोजित जी20 प्रेसिडेंसी की बैठक में जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने भारत की प्राथमिकताओं, वरीयताओं और योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत की इच्छा है कि उसकी अध्यक्षता का कार्यकाल सुधारवादी और सक्रिय भूमिका निभाने वाला साबित हो। अधिकारियों ने बताया कि जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने इस बहुआयामी संगठन में सुधार का आधार तैयार करते हुए कहा कि विभिन्न देशों के गुटों को एक साझा लक्ष्य के लिए आगे आना होगा। उन्होंने विदेशी प्रतिनिधि दलों को बताया कि वित्तीय वातावरण के सतत विकास के लिए समावेशी वरीयता होनी चाहिए।
विभिन्न देशों के गुटों को एक साझा लक्ष्य के लिए आगे आना होगा>
जी20 प्रेसिडेंसी की बैठक में भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस, रूसी राजदूत डेनिस एलिपोव, जर्मन दूत डा. पी.एकरमैन, भारत में आस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फैरल और अन्य देशों के प्रतिनिधियों को भारत की आगामी अध्यक्षता के लिए उसके ठोस व तार्किक तैयारियों का ब्योरा दिया गया। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे नैसर्गिक खूबसूरती वाले स्वराज द्वीप में 26 नवंबर को जी20 प्रेसिडेंसी की बैठक शुरू हुई जो रविवार को भी दोपहर से शाम चार बजे तक जारी रही।
बैठक के विषय संस्कृति-पर्यटन, पर्यावरण संबंधी वित्तीय व्यय, वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ग्रीन हाइड्रोजन, विकासात्मक सहयोग, शिक्षा, वाणिज्य आदि रहे। अधिकारियों ने बताया कि बैठक के बाद सभी विदेशी मेहमानों का राधानगर बीच पर सूर्यास्त देखने का कर्यक्रम भी रहा। जी20 में भारत के संयोजक हर्षवर्धन श्रृंगला और जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने विभिन्न देशों के करीब 40 प्रतिनिधियों के लिए काला पत्थर बीच पर योग के एक सत्र का आयोजन भी कराया।
सुबह छह बजे सभी देशी-विदेशी मेहमान यहां एकत्र हुए और योग सत्र के बाद इसी बीच पर सफाई अभियान का भी हिस्सा बने। सभी प्रतिनिधि 25 नवंबर की शाम को करीब 7.30 बजे स्वराज द्वीप पहुंच गए थे। इससे पहले इन सभी मेहमानों ने पोर्ट ब्लेयर स्थित सेल्यूलर जेल का दौरा किया। उन्होंने वहां स्वतंत्रता सेनानी वीडी सावरकर की सेल को भी देखा।
कैसा है हैवलाक द्वीप
सफेद तटों का राजा है हैवलाक द्वीप जो 92.2 वर्ग किमी क्षेत्र में ही फैला है। इस नन्हें द्वीप की आबादी महज साढ़े पांच हजार है। पोर्ट ब्लेयर से सिर्फ ढाई घंटे की समुद्री यात्रा से खूबसूरत सफेद तटों के राजा माने जाने वाले इस स्वराज द्वीप तक पहुंचा जा सकता है। वहां जाने के लिए हर समय सरकारी फेरी और निजी क्रूज मौजूद हैं। बंगाल की खाड़ी में स्थित स्वराज द्वीप का पूर्ववर्ती नाम हैवलाक द्वीप है।
यह भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के रिची द्वीप का सबसे बड़ा द्वीप है। प्रशासनिक रूप से यह दक्षिणी अंडमान जिले का भाग है और पोर्ट ब्लेयर से 41 किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। स्वराज द्वीप खूबसूरत तटों और डाइव साइटों के लिए जाना जाता है, जैसे मूंगे की चट्टानों वाला एलिफैंट बीच और सूर्यास्त के लिए मशहूर राधानगर बीच।
काला पत्थर बीच पर किया योग
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के स्वराज द्वीप पर मिशन प्रमुख और अंतर्राष्ट्रीय संगठन के प्रतिनिधियों ने काला पत्थर समुद्र तट पर योग किया। इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची और भारत के जी20 अध्यक्षता के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला भी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि पीएम ने पर्यावरण के लिए जीवन शैली पर जोर दिया है कि हमारा वर्तमान जीवन स्तर टिकाऊ नहीं है और हमें पर्यावरण के लिए मिलकर कुछ करना होगा।
अर्जेंटीना के राजदूत ह्यूगो जेवियर गोब्बी ने कहा कि यह वास्तव में आध्यात्मिक और ताज़ा अनुभव रहा। यहां इतने खूबसूरत माहौल में होना वास्तव में प्रेरणादायक है। भारत की जी20 अध्यक्षता पर उन्होंने कहा कि एजेंडा दुनिया में संबंधों और सहयोग के विकास के लिए बहुत समृद्ध और अच्छा है।
श्रृंगला ने पहले कहा था कि अंडमान महत्वपूर्ण है। बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो से कहा कि दोनों देशों के बीच 90 समुद्री मील की दूरी है और 90 समुद्री मील दूर नहीं हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह इंडोनेशिया के सबसे करीब है और इसलिए यह स्थान बैठक के लिए प्रतीकात्मक है। इस महीने की शुरुआत में, बाली शिखर सम्मेलन के दौरान इंडोनेशिया ने आने वाले वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता भारत को सौंपी थी।
स्थानीय लोगों ने अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बैठक की मेजबानी करने की केंद्र की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से द्वीपसमूह के विकास में मदद मिलेगी। पारंपरिक नृत्य और संगीत से युक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला मेहमानों के लिए तैयार की गई। इसके अलावा उन्हें स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन भी परोसे गए।