जोधपुर। जी-20 की रोजगार कार्यसमूह की पहली बैठक जोधपुर में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ संपन्न हुई। इसमें जी-20 के सभी देशों ने भारत की अध्यक्षता में निर्धारित तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों, वैश्विक स्तर पर कौशल विकास के क्षेत्र में प्लेटफॉर्म बनाने और सामाजिक सुरक्षा के लिए स्थायी वित्तपोषण का लक्ष्य हासिल करने में रुचि और प्रतिबद्धता दिखाई। भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के नेतृत्व में रोजगार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) की तीन-दिवसीय बैठक में सभी के लिए मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और रोजगार से भरपूर विकास के लिए श्रम, रोजगार और सामाजिक मुद्दों पर प्राथमिकताओं का चयन करने के साथ साथ भागीदारों ने सार्थक रणनीति भी साझा की।
– अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने श्रम बाजार में असंतुलनों को रेखांकित किया
विशेष कार्यक्रम से शुरुआत
रोजगार कार्यसमूह की बैठकें गुरुवार को विशेष कार्यक्रम के साथ शुरू हुईं। इसमें ‘ग्लोबल स्किल्स एंड क्वालिफिकेशन हार्मोनाइजेशन के लिए एक्सप्लोरिंग स्ट्रैटेजीज एंड डेवलपिंग ए फ्रेमवर्क फॉर कॉमन स्किल टैफोनोमीज’ पर सामूहिक विचार-विमर्श किया गया। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत नेअंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों से मिलकर प्रयास करने और सभी लोगों के लिए अच्छे काम एवं समावेशी विकास के अधिक अवसर पैदा करने के लिए सार्थक प्रयास करने का आह्वान किया। भारत की जी-20 अध्यक्षता का विषय, ‘वसुधैव कुटुम्बकम ्’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विशेष रूप से उपयुक्त है, क्योंकि हम अपनी अर्थव्यवस्थाओं और हमारे लोगों की परस्पर संबद्धता पर चर्चा करने के लिए एकजुट होते हैं। भारत के जी-20 ईडब्ल्यूजी अध्यक्ष और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव आरती आहूजा के मंत्रालयी संबोधन के बाद भारत की जी-20 की ईडब्ल्यूजी प्राथमिकताओं पर इंडोनेशिया और ब्राजील के सह-अध्यक्षों द्वारा टिप्पणियां की गईं। अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, आईएलओ व ओईसीडी ने श्रम बाजार में कौशलों और अहर्ताओं के बीच विभिन्न प्रकार के असंतुलनों को रेखांकित किया। तीसरे सत्र में प्लेटफॉर्म अर्थव्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा के प्राथमिकता वाले मुद्दों को शामिल किया गया। यह सत्र आईएलओ, ओईसीडी और आईएसएसए द्वारा एक विस्तृत तकनीकी प्रस्तुति के साथ आरंभ हुआ, जिसके बाद भारत सरकार के प्रमुख थिंक टैंक नीति आयोग ने प्रस्तुति दी। सत्र चार और पांच में वैश्विक और भारतीय परिप्रेक्ष्य में अर्थव्यवस्था चर्चा के विषय में गहन मंथन किया गया। भाग लेने वाले देशों ने विद्यमान गिग और प्लेटफॉर्म अर्थव्यवस्था संरचना पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया।