डॉ. सीमा द्विवेदी
नई दिल्ली। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाली ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसकी वजह से हर साल बड़ी संख्या में महिलाओं की जान चली जाती है। इससे चिंतित भारत सरकार सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन पर जोर दे रही है।
यह भी बता दें कि आज भी देश में सर्वाइकल कैंसर और इसकी वैक्सीन को लेकर जानकारी का घोर अभाव है। ज्यादातर महिलाओं को ये भी पता नहीं कि सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए कोई वैक्सीन लगती भी है या नहीं, अगर लगती है तो कब लगती है। जानकारी के इसी अभाव से देश में सर्वाइकल कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं जबकि वैक्सीनेशन से इस कैंसर के होने का रिस्क 70-80 फीसदी तक कम किया जा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर क्या होता है
एक्सपर्ट्स के अनुसार, जब महिलाओं के यूट्रस के हिस्से सर्विक्स में सेल्स अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगते हैं, तब सर्वाइकल कैंसर होता है। इस कैंसर का कारण एचपीवी वायरस होता है। असुरक्षित यौन संबंध बनाए जाने के कारण इस वायरस का ज्यादा खतरा रहता है। ऐसी महिलाएं जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें कैंसर का ज्यादा रिस्क रहता है। यह जरूरी नहीं कि जिस महिला में एचपीवी वायरस है, उसे सर्वाइकल कैंसर हो ही जाएगा। हालांकि, सही समय पर एचपीवी वैक्सीन लगवाने से इस कैंसर से बचाव संभव है।
– जागरूकता के लिए देशव्यापी अभियान की जरूरत
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन कब लगवानी चाहिए
गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार सर्वाइकल कैंसर से बचना है तो वैक्सीन लगवाने का सबसे ज्यादा फायदा 9 से 14 साल की आयु तक होता है। हालांकि, 26 साल तक ये वैक्सीन लगवाई जा सकती है। मतलब यौवनकाल आरंभ होने से पहले सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगवानी चाहिए।
अब सवाल यह कि क्या 26 साल के बाद वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। इसको लेकर एक्सपर्ट्स कहती हैं कि इस उम्र के बाद भी टीका लगवा सकती हैं। तब भी ये एचपीवी वायरस के कई स्ट्रेन से बचा सकती है। लेकिन अगर सबसे ज्यादा फायदा इस वैक्सीन का लेना है तो 9 से 14 साल तक ही इसे अवश्य लगवा लेनी चाहिए।
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन कहां लगवा सकती है
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन अस्पताल से लगवा सकती हैं। इस वैक्सीन की वर्तमान में कीमत 2,000 से लेकर 5,000 रुपए तक है लेकिन जल्द ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लॉन्च करने जा रहा है जिसकी कीमत सिर्फ 400 रुपए प्रति डोज ही होगी।
केंद्र के अंतरिम बजट में विशेष प्रावधान होगा फ्री टीकाकरण
सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार बेहद गंभीर है। इस बीमारी का कहर रोकने को हर स्तर पर व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। इसी के तहत यू-विन प्लेटफॉर्म के जरिए टीकाकरण को बढ़ावा देने की योजना को केंद्र सरकार के अंतरिम बजट में विस्तार दिया गया है। इसके तहत 9 से 14 साल की बालिकाओं का फ्री टीकाकरण किया जाएगा। भारत में ब्रेस्ट कैंसर के बाद महिलाएं सबसे अधिक सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित होती हैं। हर साल सर्वाइकल कैंसर की 1 लाख 25 हजार से अधिक नई मरीज मिलती हैं। इससे मरने वालों की संख्या हर साल 77,000 से ऊपर रही है।