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न्यूयॉर्क। दुनिया के टेक्नोलॉजी हब सैन फ्रांसिस्को से लेकर वित्तीय गतिविधियों के केंद्र लंदन, न्यूयॉर्क या कैलिफोर्निया तक वेंचर कैपिटल यानी नए उद्यमों में निवेश के क्षेत्र में भारतीय महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। अमेरिका में वेंचर कैपिटल फर्मों में निर्णय लेने वाले पदों पर 12 फीसदी महिलाएं हैं। पूरे कारोबार में 6 प्रतिशत एशियाई महिलाएं हैं। वेंचर कैपिटल उद्योग में बदलाव लाने वालों में श्रुति भरत, आकृति डोकनिया, सिया राज पुरोहित और मीरा क्लार्क जाना-पहचाना चेहरा हैं।
मीरा क्लार्क : ऑब्वियस वेंचर्स में सीनियर कंज्यूमर इन्वेस्टर मीरा का कहना है कि हमारे निवेश का आधार ये विश्वास है कि पॉजिटिव बिजनेस को बाजार में लाभ हासिल होता है। हम परंपरागत प्रतिस्पर्धियों को पछाड़ सकते हैं। ऐसे कारोबार का सकारात्मक प्रभाव बना रहता है। वे कहती हैं कि उनको मां से बहुत मदद मिली है जो भारत से अमेरिका आई थीं। उस समय उनके दादा-दादी ने सोचा था कि वे सनक गई हैं।
श्रुति भरत : श्रुति एनजीओ ऑल रेज टेक्नोलॉजी में निवेश करने वालों और स्टार्ट अप उद्यमियों में समान अवसरों को बढ़ावा देती हैं। वे सैन फ्रांसिस्को में वेंचर प्रोग्राम देखती हैं, जो महिला निवेशकों के करियर को समर्थन देने के लिए काम कर रहा है। श्रुति का कहना है कि इस क्षेत्र में जुनून के साथ काम कर रही महिलाओं के बीच काम करना ही उन्हें ऊर्जा से भर देता है।
आकृति डोकनिया : आकृति लंदन में ऑक्टोपस वेंचर्स में निवेश रणनीति देखती हैं। वे कंज्यूमर, फिनटेक, स्वास्थ्य टेक्नोलॉजी, लाइफ साइंस के क्षेत्रों में 1 करोड़ पाउंड (करीब 100 करोड़ रुपए) तक का निवेश करती हैं। उनका कहना है कि यूरोप में टेक्नोलॉजी का ईकोसिस्टम विकसित नहीं है। यहां अमेरिका की तरह भारतीय नहीं हैं। भारतीय होना ताकत का अहसास कराता है। कारोबार में ऊंचाई पाने का मौका देता है।
सिया राज पुरोहित : भविष्य में कामकाज के मानवीय पक्ष पर केंद्रित पाथवे वेंचर्स की को-फाउंडर हैं। यह अर्निंग, लर्निंग और सामुदायिक निर्माण के इनोवेटिव मॉडल विकसित कर रही कंपनियों में निवेश करती हैं। उनका फोकस रोजगार दिलाने वाली स्किल सिखाने, उन स्किल से आर्थिक रूप से मजबूत बनाने पर है।