ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। चीन के कारण उत्पन्न कोरोना संकट के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। मोदी ने जीनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया और राज्यों को कोविड के बढ़ते मामलों के खतरे के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही के खिलाफ आगाह किया। राज्यों को सलाह दी गई कि ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे को दुरुस्त रखा जाए। पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के 2022 के आखिरी और 96 वे एपिसोड में कहा कि इस समय बहुत से लोग छुट्टियों के मूड में भी हैं। आप पर्वों और इन अवसरों का खूब आनंद लीजिए, लेकिन, थोड़ा सतर्क भी रहिए।
इधर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आने वाले त्योहारों और नए साल के जश्न आदि को ध्यान में रखते हुए ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन’ पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। उसने मास्क पहनने, हाथों की स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कोविड-19 के एहतियातों का पालन करने का भी निर्देश दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। सभी राज्यों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट कमेटी ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। अब नेजल वैक्सीन देने की तैयारी की जा रही है।