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पत्रकारिता के मापदंडों की धज्जियां उड़ाने में माहिर, अपनी फजीहत उड़वाना फितरत
नई दिल्ली। बीबीसी को सनक रहती है कि पड़ोसी देश विकास क्यों कर रहा है। किसी नेता का कद सबको लांघ कर विश्व में शीर्ष पर पहुंच जाए तो बीबीसी के पेट में मरोड़ उठने लगती है। गलत रिपोर्टिंग और अनर्गल प्रेजेंटेशन के कारण बार बार मीडिया की थू-थू और अपनी फजीहत करवा कर माफी मांगने वाला बीबीसी अपनी हरकतों बाज नहीं आता है और किसी न किसी के हाथ का खिलौना बनता रहता है। पेश हैं कुछ ऐसे उदाहरण जब बीबीसी ने पत्रकारिता को मजाक बनाया और बड़ी-बड़ी गलतियां करके माफी मांगी।