ब्लिट्ज ब्यूरो
भारत ने औपचारिक रूप से जी 20 की अध्यक्षता संभाल ली है। भारत 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक जी20 की अध्यक्षता करेगा। भारत के जी-20 अध्यक्ष बनने की घोषणा पिछले महीने इंडोनेशिया में संपन्न हुए जी20 के समिट के दौरान की गई थी। आज औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक लेख में कहा कि देश, एकता की सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी20 की पिछले 17 अध्यक्ष देशों ने मैक्रो-इकोनॉमिक स्थिरता सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय कराधान को युक्तिसंगत बनाने, देशों पर ऋण-भार से राहत देने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण परिणाम दिए। अब भारत जी20 का अध्यक्ष बना है। हम भारत की सीख, अनुभव और मॉडल को सदस्य देशों को बताएंगे।
पीएम मोदी ने लिख है कि हम इन उपलब्धियों से लाभान्वित होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी जी20 अध्यक्षता के दौरान, हम भारत के अनुभवों, सीखों और मॉडलों को दूसरे देशों को प्रस्तुत करेंगे।’ पीएम मोदी ने कहा कि हमारी जी20 प्राथमिकताओं को जी20 भागीदारों के परामर्श से आकार दिया जाएगा। हमारी प्राथमिकताएं हमारे ‘एक पृथ्वी’ को ठीक करने, हमारे ‘एक परिवार’ के भीतर सद्भाव पैदा करने और हमारे ‘एक भविष्य’ की आशा देने पर केंद्रित होंगी। आज हम जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उसमें जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी का समाधान मिलकर ही निकाल सकते हैं। सामूहिक निर्णय लेने की सबसे पुरानी ज्ञात परंपराओं के साथ, भारत लोकतंत्र के मूलभूत डीएनए में योगदान देता है। लोकतंत्र की जननी के रूप में, भारत की राष्ट्रीय सहमति फरमान से नहीं, बल्कि लाखों स्वतंत्र आवाजों को एक सुरीले स्वर में मिला कर बनाई गई है। इन सभी कारणों से भारत के अनुभव संभावित वैश्विक समाधानों के लिए मंच प्रदान कर सकते हैं।