ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल के चार सांसदों को नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी सहित दो अन्य महत्वपूर्ण विभागों में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। सांसद प्रमिला जयपाल, एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति और रो खन्ना को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की तीन प्रमुख समितियों का सदस्य नियुक्त किया गया है। ये अमेरिका की राजनीति में भारतीय समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महिला सांसद प्रमिला जयपाल को इमीग्रेशन पर अमेरिकी संसद के निचले सदन की शक्तिशाली न्यायिक समिति का रैंकिंग सदस्य नामित किया गया है।
- नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी में मिले अहम पद
- सांसद प्रमिला प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली द. एशियाई महिला
- अमेरिकी राजनीति में भारतीय समुदाय के बढ़ते प्रभाव का असर
प्रमिला ने जाहिर की खुशी
नियुक्ति के बाद जयपाल ने कहा, अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली दक्षिण एशियाई महिला के रूप में मैं इमिग्रेशन पर सदन की उपसमिति की रैंकिंग सदस्य के रूप में सेवा देने का अवसर मिलने से सम्मानित महसूस कर रही हूं। जयपाल ने कहा कि जब वह अमेरिका आई थी तब वह 16 वर्ष की थीं। उन्होंने अमेरिका में अपने जीवन के सफर को शानदार बताया।
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति को चीन से जुड़ी नई कमेटी का रैंकिंग सदस्य बनाया गया है, जो चीन की उन कार्रवाइयों से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गौर करेगी, जिनसे अमेरिका और दुनिया को खतरा हो सकता है।
खुफिया निगरानी का काम
भारतीय-अमेरिकी सांसद डॉ. एमी बेरा को खुफिया मामलों से जुड़ी सदन की एक शक्तिशाली संसदीय समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। द हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलिजेंस पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए), नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर के कार्यालय, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के साथ-साथ सेना के खुफिया प्रोग्राम सहित देश की खुफिया एक्टिविटी की निगरानी करने का प्रभार है।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अल्पसंख्यक मामलों के नेता हकीम जेफरीज ने अमेरिका और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा पर सदन की सेलेक्शन कमेटी के रैंकिंग सदस्य के रूप में कृष्णमूर्ति की नियुक्ति की घोषणा की।
सांसद रो खन्ना भी मेंबर
भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना को भी इस नई कमेटी का मेंबर बनाया गया है। इसका गठन प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्क ार्थी की तरफ से 118वीं कांग्रेस (संसद) में अमेरिका की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ आर्थिक, तकनीकी व सुरक्षा संबंधी प्रतिस्पर्धा से निपटने, उसकी जांच करने व नीति विकसित करने के उद्देश्य से किया है। कृष्णमूर्ति ने कहा, चयन समिति में रैंकिंग सदस्य के रूप में मुझे नियुक्त करने के लिए मैं नेता जेफरीज का आभारी हूं।
उन्होंने कहा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अमेरिका और दुनिया भर में लोकतंत्र व समृद्धि के लिए गंभीर आर्थिक व सुरक्षा संबंधी खतरे पैदा करती है। ताइवान के लोकतंत्र के खिलाफ उसके खतरों, टिकटॉक को एक हथियार बनाने और सैकड़ों अमेरिकी डॉलर की संपत्ति की चोरी से यह साफ पता चलता है।