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नई दिल्ली। भारतीय मूल के नील मोहन को यू-ट्यूब का नया सीईओ बनाया गया है। इससे पहले नील मोहन यूट्यूब के सीपीओ थे। उन्हें प्रमोट कर ये जिम्मेदारी दी गई है। नील मोहन गूगल के साथ 2008 से काम कर रहे हैं। 2013 में कंपनी ने उन्हें 544 करोड़ रुपए का बोनस दिया था। वे पूर्व सीईओ सूसन डायने वोज्स्की की जगह लेंगे। सूसन ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया है। 54 साल की वोज्स्की ने कहा था कि वह अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहती हैं। साथ ही अपनी सेहत और व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान देना चाहती हैं। इसलिए पद छोड़ रही हैं। वे साल 2014 में यूट्यूब की सीईओ बनी थीं।
सूसन ने नील को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हम शॉर्ट्स, स्ट्रीमिंग और सब्सक्रिप्शन में जो कर रहे हैं वो शानदार है। नील हमें लीड करने के लिए सही व्यक्ति हैं। मुझे यूट्यूब पर उतना भरोसा है, जितना 9 साल पहले था।

नील मोहन ने स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। करियर की शुरुआत ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट से की थी। इसके अलावा नील ने एक्सेंचर में सीनियर एनालिस्ट के पद पर काम किया है। फिर वे डबल क्लिक इंक से जुड़े। इस कंपनी में 3 साल 5 महीने में नील मोहन ने डायरेक्टर, ग्लोबल क्लाइंट सर्विसेज के पद पर काम किया। करीब ढाई साल वाइस प्रेसिडेंट बिजनेस ऑपरेशन की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद नील माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े, यहां 4 महीने काम करने के बाद वे वापस डबल क्लिक इंक लौट आए अौर 3 साल काम किया। इसके बाद उन्होंने 2008 में बतौर सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डिस्प्ले एंड वीडियो एड्स गूगल में काम शुरू किया। 2015 में उन्हें यू-ट्यूब का चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर बना दिया गया था।