नई दिल्ली । बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों में भी आक्रोश है। लोग इसे बड़ी साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। बीबीसी के खिलाफ बड़ी संख्या में भारतीय लोगों ने ऑनलाइन याचिकाएं दायर की हैं। इसके अलावा ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोग अब बीबीसी के सब्सक्रिप्शन को भी कैंसिल करवा रहे हैं। बड़ी संख्या में भारतीय और ब्रिटिश संस्थानों ने बीबीसी के मैनेजमेंट और संपादक को पत्र लिखकर भी आपत्ति जताई है। लोगों का कहना है कि बीबीसी जानबूझकर भारत और ब्रिटेन को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। बीबीसी की सोच पक्षपातपूर्ण है।
लंदन में भारतीय समुदाय के हक की लड़ाई लड़ने वाली ‘द रीच इंडिया’ ऑर्गेनाइजेशन की अध्यक्ष गायत्री के अनुसार ‘बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ऐसे वक्त आई है, जब ब्रिटेन में पहली बार किसी भारतीय मूल के व्यक्ति को प्रधानमंत्री चुना गया है। जब ऋषि प्रधानमंत्री चुने गए थे, तब ब्रिटेन कई तरह की समस्याओं से घिरा था। एक तरफ रूस-यूक्रेन युद्ध चल रहा था तो दूसरी ओर देश में आर्थिक संकट का दौर था। ऋषि ने इन समस्याओं से निपटने के लिए कई तरह के ठोस कदम उठाए। अब हालात सामान्य होने लगे हैं। ऋषि के आने के बाद भारत और ब्रिटेन के रिश्ते और अधिक मजबूती की ओर बढ़ने लगे हैं। यही बात कई लोगों को रास नहीं आ रही है। यही कारण है कि हिंदू और भारत विरोधी ताकतें किसी न किसी तरह से ऋषि सुनक की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही हैं।’ गायत्री लंदन में साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में कंसल्टेंसी के लिए भी काम करती हैं। गायत्री तीन बिंदुओं में बीबीसी की डॉक्यूमेंटी को बड़ी साजिश का हिस्सा बताती हैं।
पहला- ब्रिटेन की ऋषि सुनक सरकार को अस्थिर करने की साजिश: गायत्री कहती हैं, ‘ब्रिटेन में लंबे समय के बाद ऋषि सुनक की अगुआई में स्थिरता आई है। ऐसे में विपक्षी दल ने ये तरीका अपनाया है। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री का ब्रिटेन की संसद में मुद्दा उठाने वाला पाकिस्तानी मूल का सांसद लेबर पार्टी से है। ऐसे में साफ है कि लेबर पार्टी और बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री का निशाना भारतीय पीएम ही नहीं, बल्कि भारतीय मूल के ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक भी हैं।
दूसरा- भारत-ब्रिटेन ट्रेड डील निशाने पर : गायत्री कहती हैं कि ‘भारत और ब्रिटेन के बीच एक बड़ी ट्रेड डील होने वाली है। संभव है कि बीबीसी ने अपनी इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए उस ट्रेड डील में ही रुकावट डालने की कोशिश की हो।
तीसरा-आईएसआईएस आतंकी को हीरो बताया : पीएम को बदनाम करने की भी साजिश इसमें नजर आती है क्योंकि अब चुनाव भी आने वाले हैं। कुछ समय पहले ही बीबीसी ने आईएसआईएस के एक आतंकवादी की पत्नी शमीमा बेगम का इंटरव्यू किया था। इस इंटरव्यू में बीबीसी ने आईएसआईएस के बारे में पॉजिटिव चीजें दिखाईं ं, दूसरी ओर इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के पीएम की छवि को खराब करने की कोशिश की गई।