ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। कंपनियों के निदेशक मंडल (बोर्ड) में महिलाओं की संख्या तो बढ़ रही है पर इसकी गति बेहद धीमी है। एक अध्ययन के मुताबिक इस साल मार्च के अंत में एनएसई में सूचीबद्ध टॉप 500 कंपनियों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व लगभग 18 प्रतिशत था। सलाहकार फर्म इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (आईआईएएस) ने विगत दिनों जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि दुनिया भर में कॉरपोरेट निदेशक मंडल में औसतन 24 प्रतिशत महिला प्रतिनिधित्व है। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सुधार जारी है।
‘कॉरपोरेट इंडियाः वूमेन ऑन बोर्ड्स’ शीर्षक वाले अध्ययन में कहा गया है कि भारत में कंपनी के निदेशक मंडल (बोर्ड) में महिलाओं की नियुक्ति में सुधार हुआ है। इस समय निफ्टी-500 कंपनियों के निदेशकों में 17.6 प्रतिशत महिलाएं हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि महिला निदेशकों की संख्या बढ़ रही है लेकिन पिछले तीन वर्षों में इसकी रफ्तार सिर्फ एक प्रतिशत रही है। मौजूदा दर के आधार पर भारत में कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने में 2058 तक का समय लगेगा। इस साल मार्च में निफ्टी 500 कंपनियों में 4,694 निदेशक थे जिनमें से 827 या 17.6 प्रतिशत महिलाएं थीं। आगे है। अध्ययन के मुताबिक यूरोप और उत्तरी अमेरिका इस मामले में ग्लोबल एवरेज से ऊपर हैं। यहां पर कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं की हिस्सेदारी 34.4 प्रतिशत और 28.6 प्रतिशत है। इस जानकारी के लिए आईआईएएस ने नीदरलैंड के पेंशन प्रदाता एपीजी के साथ भागीदारी की थी।