ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत सरकार मोबाइल और वियरेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए 2 कॉमन चार्जिंग पोर्ट पेश करने की योजना बना रही है। इनमें से एक मोबाइल, स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए यूएसबी टाइप-सी पोर्ट होगा और दूसरा वियरेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस के लिए कॉमन पोर्ट। भारतीय मानक ब्यूरो ने यूएसबी टाइप सी चार्जिंग पोर्ट और चार्जर बनाने के लिए क्वालिटी स्टैंडर्ड जारी किए हैं।
कंज्यूमर अफेयर्स सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि यूएसबी टाइप सी चार्जर को अपनाने के लिए स्टेकहोल्डर्स मान गए हैं। इसके बाद ही बीआईएस ने क्वालिटी स्टैंडर्ड जारी किए हैं। वहीं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-कानपुर में वॉच जैसे वियरेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस के लिए सिंगल चार्जिंग पोर्ट की स्टडी की जा रही है। इस संबंध में रिपोर्ट मिलने के बाद उपभोक्ता मामलों का विभाग इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स से चर्चा करेगा।
देश में सिर्फ 2 तरह के चार्जिंग पोर्ट को अनिवार्य करने के बारे में सिंह ने कहा, हमें यूरोपियन यूनियन की 2024 की समय सीमा का पालन करना है। इसकी वजह यह है कि मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर की सप्लाई चेन ग्लोबल होती है, वे सिर्फ भारत में ही अपने उत्पाद नहीं बेचते । स्टेकहोल्डर्स के साथ हुई बैठक में इस पर सहमति बनी थी कि कॉमन चार्जिंग पोर्ट को स्टेप-बाई-स्टेप लागू किया जाए।