ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इस साल का फरवरी माह जोधपुर के लिए ऐतिहासिक साबित होने वाला है। पहली बार जी20 समूह के डेलिगेट्स का सम्मेलन जोधपुर में आयोजित होगा। अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, और यूरोपीय संघ से डेलिगेट्स जोधपुर आएंगे।
रोजगार पर होगी खास चर्चा
20 दशों के डेलिगेट्स जोधपुर के कल्चर, हैरिटेज व हैंडीक्राफ्ट से तो रूबरू होंगे ही, साथ में वहां रोजगार पर विशेष चर्चा होगी। बैठक में रोजगार को लेकर कुछ खास नियम बनाए जाएंगे। यह पहला मौका होगा जब विश्व भर से आने वाले डेलिगेट्स की मेजबानी जोधपुर करेगा।
डिनर मेहरानगढ़ फोर्ट में
डेलिगेट्स मेहरानगढ़ फोर्ट में डिनर करेंगे। ओसियां में सैंड ड्यून का आनंद उठाएंगे। साथ ही साइट विजिट के दौरान जोधपुर की नई सड़क से घंटाघर तक का भ्रमण करेंगे। फरवरी में 1 तारीख की शाम को डेलिगेट्स पहुंचेंगे और 2 फरवरी को वर्किंग ग्रुप ऑन एंप्लायमेंट सेशन का उद्घाटन होगा। इस कार्यक्रम का 3 फरवरी को समापन होगा।
नवंबर में शिखर सम्मेलन
भारत इस वर्ष नवंबर में नई दिल्ली में जी20 समूह के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। जी 20 राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों का पिछला शिखर सम्मेलन नवंबर 2022 में इंडोनेशिया में हुआ था। राजस्थान के तीन शहरों को जी20 से संबंधित कार्यक्रमों के आयोजन का गौरव हासिल हुआ है। उदयपुर में जी20 की इनॉगरेशन सेरेमनी हुई। अब जोधपुर के साथ जयपुर में भी कॉन्फ्रेंस होंगी।
सांस्कृतिक राजधानी है जोधपुर
डेलिगेट्स सोजती गेट व घंटाघर में शॉपिंग के लिए 4 फरवरी को घूमेंगे। उन्हें जोधपुर के ताज हरिमहल, इंडाना और रेडिसन होटल में ठहराया जाएगा। कार्यक्रम आयोजन के लिए जोधपुर का चयन इसलिए किया गया क्योंकि यह राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर होने के साथ-साथ सांस्कृतिक राजधानी भी है। जी20 देशों के प्रतिनिधियों को यहां के कल्चर के साथ हैरिटेज लुक व हैंडीक्राफ्ट से रूबरू करवाया जाएगा। थार के धोरों के साथ-साथ रजवाड़ी लाइफ स्टाइल को फील करने के लिए जोधपुर से बेहतर शहर और कोई नहीं है।
मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे निगरानी
राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि तीन शहरों को जी20 को ऑर्गेनाइज करने की अपॉर्चुनिटी भारत सरकार ने दी , यह राजस्थान के लिए गर्व की बात है। राजस्थान के इतिहास, संस्कृति कला को नामचीन देशों के सामने प्रेजेंट करने का मौका मिला है। अपने गृहक्षेत्र जोधपुर में आयोजन की तैयारियों की मुख्यमंत्री गहलोत सीधे तौर पर स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं।