ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन भारत के लिए अपनी अनगिनत क्षमताओं को दिखाने और कई चुनौतियों के समाधान हेतु एक बहुत बड़ा अवसर प्रस्तुत करेगा। केन्द्रीय मंत्री ने आधिकारिक संयुक्त राज्य अमरीका की यात्रा पर यह बात कही।
13वीं व्यापार नीति फोरम बैठक में शामिल हुए
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने वाशिंगटन, डीसी में भारत-अमेरिका व्यापार नीति फोरम (टीपीई) की 13वीं मंत्रिस्तरीय बैठक आयोजित की थी। भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि राजदूत कैथरीन ताई ने बैठक की सह-अध्यक्षता की। मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में मजबूती लाने तथा दोनों देशों में काम कर रहे लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए द्विपक्षीय आर्थिक रिश्तों को प्रगाढ़ करने में टीपीई के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इसकी सराहना की कि वस्तुओं एवं सेवाओं में द्विपक्षीय व्यापार का तेजी से बढ़ना जारी है और यह 2021 में लगभग 160 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। अमेरिका ने समृद्धि के लिए भारत-प्रशांत आर्थिक संरचना (आईपीईएफ) में भारत की सहभागिता का स्वागत किया। राजदूत ताई तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वे आईपीईएफ पहल का पूरी तरह समर्थन करते हैं और विश्वास करते हैं कि साझीदार देशों के बीच आर्थिक रिश्तों को गहरा किया जाना भारत-प्रशांत क्षेत्र में निरंतर विकास, शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
कारोबारी वीजा पर अमेरिका से चर्चा
भारत-अमेरिका व्यापार नीति फोरम की बैठक के समापन के बाद मीडिया से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमने कहा है कि कारोबारी वीजा जारी करने में काफी समय लग रहा है, जिसकी रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है जिससे कि व्यापार, निवेश और कारोबार प्रभावित नहीं हों। उन्होंने कहा कि हमारे इस अनुरोध पर काफी सकारात्मक रूख देखने को मिला।’ केन्द्रीय मंत्री बोले कि भारत ने अमेरिका से नियमित कारोबारी वीजा जारी करने की रफ्तार बढ़ाने का अनुरोध किया है जो ऐसे लोगों के लिए होता है जो व्यापार एवं कारोबारी हितों के लिए छोटी यात्रा पर आते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें खुशी है कि पेशेवरों, कुशल कर्मचारियों, छात्रों, निवेशकों, कारोबारी यात्राओं पर जाने वाले लोगों की आवाजाही दोनों देशों के बीच बढ़ रही है। इससे हमारे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में भी मदद मिल रही है।’