ब्लिट्ज ब्यूरो
गंगटोक। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि केन्द्र सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को प्रतिबद्ध है। उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी राज्यों को भारत का ‘अष्टरत्न’ बताया।
सिक्कि म के पूर्व एवं दक्षिणी जिलों में राज्य और केन्द्र प्रायोजित विभिन्न योजनाओं का ऑनलाइन शिलान्यास और उद्घाटन करते हुए मुर्मू ने कहा कि भारत सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों के बीच संपर्क बढ़ाने, शिक्षा और कृषि क्षेत्रों को बेहतर बनाने के लिए बुनियादी ढांचा क्षेत्र की परियोजनाएं शुरू की हैं। इनसे सिक्किम के आर्थिक विकास और वृद्धि में मदद मिलेगी। खास तौर से पर्यटन के क्षेत्र में और इससे रोजगार भी बढ़ेगा। उन्होंने 1.13 किलोमीटर लंबे अटल सेतु का भी उद्घाटन किया जो सिक्किम को पश्चिम बंगाल के रास्ते पूरे देश से जोड़ता है।
सिक्कि म में राष्ट्रपति मुर्मू ने एक स्थानीय नृत्य मंडली के सदस्यों के साथ डांस भी किया। उनके साथ सिक्कि म के मुख्यमंत्री की पत्नी कृष्णा राय भी मौजूद थीं। उन्होंने गंगटोक में एक स्थानीय नृत्य मंडली के सदस्यों के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।इससे पहले अपनी दो दिवसीय मिजोरम यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आदिवासी बहुल राज्य इस क्षेत्र में पड़ोसियों के साथ जुड़ने के देश के प्रयास में योगदान देता है और उससे लाभान्वित होता है। उन्होंने कहा कि मिजोरम पूर्व आधुनिक काल की अपनी श्रेष्ठ शासन पद्धतियों से सीख ले सकता है। लोगों की बेहतरी के लिये मौजूदा प्रणाली में उन्हें अपना सकता है। मिजोरम विधानसभा पिछले कुछ वर्षों में लोगों की समस्या का समाधान खोजने में एक प्रभावी साधन के रूप में विकसित हुई है। मुर्मू ने कहा कि पहाड़ी राज्य की भौगोलिक स्थिति से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद राज्य ने सभी मानकों पर अच्छा प्रदर्शन किया है। 1987 में पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल करने के बाद मिजोरम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। राष्ट्रपति कहा कि सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को प्रतिबद्ध है।