ब्लिट्ज विशेष
ब्रिटेन के 57वें प्रधानमंत्री के तौर पर भारतवंशी ऋषि सुनक के शपथ ग्रहण करते ही मंगलवार को इतिहास बन गया। यह पहला मौका है, जब 200 साल तक भारत को गुलाम बनाकर रखने वाले अंग्रेजों पर एक भारतीय राज करेगा। सितंबर महीने में लिज ट्रस के मुकाबले आखिरी दौर में पीएम बनने से चूकने वाले 42 साल के ऋषि पिछले 200 साल में सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गए हैं। इसके साथ ही ब्रिटेन दुनिया के उन 7 देशों में शामिल हो गया है, जहां फिलहाल ‘भारतीय’ के इशारे पर देश चलता है यानी इन 7 देशों में किसी भारतवंशी के हाथ में ही सत्ता की कमान है। इसके अलावा अब दुनिया में 12 देश ऐसे हो गए हैं, जहां कभी न कभी कोई भारतवंशी सत्ता का शीर्ष पद संभाल चुका है।
दुनिया में किस-किस देश में भारतीयों के हाथ में है कमान…
1. सबसे पहले जानते हैं कि ऋषि सुनक कौन हैं
ऋषि सुनक भारत के पंजाबी समुदाय से आते हैं और सबसे बड़ी भारतीय आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस के सहसंस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उनकी पत्नी का नाम अक्षता मूर्ति है ऋषि सुनाक के पिता यशवीर सुनक और मां ऊषा सुनक थीं। तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े ऋषि 12 मई, 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पटन में जन्मे थे। उनके दादा-दादी साल 1960 में पंजाब से पूर्वी अफ्रीका और फिर वहां से ब्रिटेन आए थे। स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से साल 2006 में एमबीए करने वाले ऋषि की पत्नी अक्षता आज की तारीख में इंग्लैंड की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं। साल 2014 में राजनीति में आए ऋषि साल 2020 में पहली बार इंग्लैंड के वित्त मंत्री बने थे।
2. मॉरीशस तो कहलाता ही है दूसरा भारत
मॉरीशस को दूसरा भारत ही कहा जाता है। वहां अब तक 9 बार राष्ट्रप्रमुख के तौर पर भारतवंशियों के हाथ में कमान रह चुकी है। मॉरीशस के मौजूदा राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन भारतीय मूल के हैं, तो मौजूदा प्रधानमंत्री प्रविन्द जुगनाथ के पूर्वजों की जड़ें भी भारत के बिहार राज्य से जुड़ी हैं। प्रविन्द के पिता अनिरुद्ध जुगनाथ भी मॉरीशस के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति रह चुके हैं। उनका भारत से जुड़ाव इससे भी समझा जा सकता है कि वे अपने पिता की अस्थियां भी गंगा नदी में प्रवाहित करने के लिए वाराणसी आए थे।
3. पुर्तगाल की सत्ता भारत के एंटोनियो कोस्टा संभालते हैं
पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा हैं, जिनके दादा लुई अफोन्सो मारिया डि कोस्टा भारत में गोवा के रहने वाले थे। उनके रिश्तेदार आज भी गोवा में मरगांव के करीब अबेद फारिया गांव में रहते हैं। मोजांबिक में जन्मे कोस्टा के पास भारत का ओसीआई कार्ड यानी ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड है। यह कार्ड उन्हें साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोहफे में दिया था। एंटोनियो के पिता ओरलैंडो कोस्टा उपनिवेश विरोधी कविताएं लिखने वाले कवि थे।
4. गुयाना के राष्ट्रपति इरफान के पूर्वज भी भारतीय
कैरेबियाई द्वीप समूह का देश गुयाना क्रिकेट जगत में दो बार के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान क्लाइव लॉयड, तूफानी बल्लेबाज एल्विन कालीचरण, पिच पर खूंटा गाड़ने वाले शिवनारायण चंद्रपॉल और खूंखार गेंदबाज कोलिन क्राफ्ट के लिए जाना जाता है। इस देश के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं। साल 1980 में जन्मे इरफान के पूर्वजों को अंग्रेज अपने साथ इस कैरेबियाई देश में मजदूरी के लिए भारत से ही लेकर आए थे। एक और अनूठी बात ये है कि गुयाना में इरफान पहले भारतवंशी नहीं हैं, जो शीर्ष पद तक पहुंचे हैं। अब तक वहां पर 4 बार भारतीय मूल के लोगों ने हेड ऑफ स्टेट के तौर पर कमान संभाली है।
5. सूरीनाम में मौजूदा राष्ट्रपति से पहले भी 4 रहे हैं भारतीय
सूरीनाम के मौजूदा राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी का जन्म सूरीनामी हिंदू परिवार में हुआ है। संस्कृत भाषा में शपथ ग्रहण करने वाले चंद्रिका के परिवार में आज भी भारतीय रीति-रिवाज को पूरी लगन के साथ मनाया जाता है। उनके दीपावली पर दीयों से घर सजाने के फोटो कई बार सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। चंद्रिका से पहले भी सूरीनाम के 4 राष्ट्रपति भारतीय मूल की आबादी में से चुने जा चुके हैं।
6. सिंगापुर की राष्ट्रपति हैं भारतीय मूल की हलीमा
सिंगापुर दुनिया के चुनिंदा अत्याधुनिक देशों में से एक है। वहां की महिला राष्ट्रपति हलीमा याकूब हैं, जिनके माता-पिता दोनों ही भारतीय मूल के हैं। उनकी मां केरल से जुड़े मलयाली समुदाय से हैं, जिसकी आबादी सिंगापुर में करीब 15 फीसदी है। सिंगापुर की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं हलीमा इससे पहले देश की संसद की पहली महिला अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
7. सेशेल्स के राष्ट्रपति भी भारतवंशी समुदाय से
मॉरीशस के करीब एक और छोटा सा द्वीपीय देश है सेशेल्स जिसके राष्ट्रपति वावेल रामकलावन का लिंक भी भारत से है। रामकलावन के पूर्वज बिहार के गोपालगंज के थे, जिन्हें मजदूरी के लिए अंग्रेज सेशेल्स लेकर गए थे। रामकलावन के पिता लोहार और मां शिक्षक थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2021 में उन्हें ‘भारत का बेटा’ कहकर ही बधाई दी थी।
8. इन 4 देशों में भी रह चुके हैं भारतवंशी राष्ट्रप्रमुख
इन 7 देशों के अलावा चार देश और हैं, जिनमें पहले भारतवंशी समुदाय के नेता ने राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री का पद संभाला है। इन देशों में कैरेबियाई द्वीप समूह का ही एक देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो शामिल है, जबकि उसके अलावा मलेशिया, फिजी और आयरलैंड में भी भारतीयों ने सत्ता की कमान संभाली है।
कमला हैरिस भी रह चुकी हैं ‘टेक्निकल’ राष्ट्रपति
दुनिया के कई देश ऐसे हैं, जहां भारतीयों ने दूसरे या तीसरे नंबर का प्रमुख पद संभाला है। इनमें सबसे ताजा उदाहरण अमेरिका में भारतीय मूल की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का है, जो वहां दूसरे नंबर की नागरिक हैं और राष्ट्रपति जो बाइडेन के हेल्थ चेकअप के लिए जाने पर कुछ घंटे के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति भी रह चुकी हैं। इस हिसाब से अमेरिका को भी उस लिस्ट में जोड़ा जा सकता है, जहां भारतीय ने सत्ता की कमान संभाली है।