ललित दुबे
वाशिंगटन। अमेरिकी सरकार ने कुछ वीजा आवेदनों के लिए प्रीमियम प्रोसेसिंग योजना शुरू की है। इससे अमेरिका आने के इच्छुक छात्रों को फायदा मिलेगा। विज्ञान, तकनीक, प्रोद्यौगिकी और गणित (एसटीईएम) की पढ़ाई करने अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों को भी इससे बड़ा फायदा होगा। अमेरिका की यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज ने एलान किया है कि एसटीईएम के क्षेत्र में ओपीटी (वैकल्पिक व्यवहारिक प्रशिक्षण) करने वाले बाहरी छात्रों को इससे फायदा होगा। मतलब अब वे पढ़ाई के साथ काम भी कर सकेंगे।
वीजा की प्रीमियम प्रोसेसिंग सेवा शुरू हो चुकी। वहीं कुछ अन्य कैटेगरी के लिए यह सेवा तीन अप्रैल से शुरू होगी। यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज के निदेशक यूआर एम जदाउ का कहना है कि एफ-1 छात्रों को प्रीमियम प्रोसेसिंग के साथ ही ऑनलाइन फाइलिंग और इमीग्रेशन में भी फायदा दिया जाएगा। भारतीय मूल के अजय भुतोरिया ने भी अमेरिकी सरकार के इस कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह विदेशी छात्रों के लिए कमाल की खबर है, जो लंबे समय से अपने ओपीटी को मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे थे। इससे एफ-1 कैटेगरी के छात्रों को अमेरिका में रोजगार करने की भी मंजूरी मिल जाएगी। इससे न सिर्फ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बल्कि यहां के समाज को भी फायदा होगा। भारत में अमेरिका का वीजा पाने का इंतजार कर रहे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। यही वजह है कि अमेरिकी सरकार भी कई कदम उठा रही है।