ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली । वंदे मेट्रो सर्विस के जरिए उत्तर प्रदेश के कई शहरों को जोड़ा जाएगा। केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी दी थी। रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार लखनऊ और सीतापुर और लखनऊ और कानपुर के बीच वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों को चलाने की योजना बना रही है। इसके साथ सरकार कानपुर, सीतापुर, रायबरेली और बरेली को एक हाई-स्पीड कॉरिडोर के जरिए जोड़ने पर भी विचार कर रही है। इसके बन जाने के बाद, लखनऊ पहुंचना दूसरे यूपी के शहरों से आसान बन जाएगा।
क्या है रेलवे का पूरा प्लान?
लखनऊ और कानपुर को हाई स्पीड मेट्रो कॉरिडोर के जरिए जोड़ने के लिए सभी कोशिशें की जा रही हैं। रेलवे की योजना कानपुर और लखनऊ के बीच दो घंटे के सफर में 30 और 45 मिनट की कटौती करने की भी है। मौजूदा समय में दोनों शहरों के बीच 110 ट्रेनों का संचालन किया जाता है, जिनमें साप्ताहिक ट्रेनें भी शामिल हैं।
लखनऊ और कानपुर उत्तर प्रदेश के व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र हैं और रोजाना दोनों शहरों के बीच सामान और लोगों की बड़े स्तर पर आवाजाही होती है। अब वंदे भारत प्रोजेक्ट के तहत वंदे मेट्रो ट्रेनों को चलाने पर विचार किया जा रहा है। लखनऊ-सीतापुर कॉरिडोर के निर्माण के बाद, 89 किलोमीटर लंबे सफर में सिर्फ 50 मिनट का समय लगेगा। इससे दोनों शहरों में बड़ा निवेश आएगा और तेजी से बदलाव होगा।
क्या होगा ट्रेन का रूट
इन ट्रेनों के डिब्बे राजधानी एक्सप्रेस से मिलते-जुलते होंगे। 200 नए कोच पुराने कोचों की जगह लेंगे। इसके अलावा भारतीय रेलवे दिल्ली-कानपुर और लखनऊ के बीच वंदे भारत ट्रेन भी चलाएगा। दिल्ली-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस बरेली और मुरादाबाद पर रुकेगी और उसके बाद लखनऊ और कानपुर जाएगी।
आपको बता दें कि वंदे भारत ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे, एयर कंडीशनर कोच और घूमने वाली कुर्सी है। इस कुर्सी को 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है। ट्रेन में जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम बायोवैक्यूम वाशरूम हैं। ये ट्रेन हाईटेक तकनीक से लैस है। इसमें आपको सफर करने पर थकान बिल्कुल भी नहीं होगी।
125 से 130 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे मेट्रो 125 से 130 किलोमीटर की रफ्तार के साथ दौड़ेगी। इसका डिजाइन मुंबई सब अर्बन की तर्ज पर होगा। हालांकि, वंदे मेट्रो में टॉयलेट की व्यवस्था नहीं होगी।
वंदेभारत ट्रेन और वंदेभारत मेट्रो में फर्क
मौजूदा वंदेभारत ट्रेन को 0-100 की स्पीड पकड़ने में 52 सेकेंड लगते हैं, लेकिन वंदेभारत मेट्रो को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि 0-100 की स्पीड 45 से 47 सेकेंड में पकड़ लेगी लेकिन इसकी स्पीड सामान्य वंदेभारत से कम रखी जाएगी। सामान्य वंदेभारत की स्पीड 180 किमी. प्रति घंटे है लेकिन इसकी स्पीड 120 से 130 किमी. प्रति घंटे रखी जाएगी। इसके अलावा इसमें टाइलेट की जरूरत नहीं होगी क्योकि यह लोकल चलेगी। इस वजह से इसमें सामान्य की तुलना में अधिक सीटें भी होंगी।