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नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया और भारत सरकार ने दोनों देशों के बीच शिक्षा योग्यता मान्यता तंत्र को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके जरिए भारतीय डिग्री को उनके देश में वैध माना जाएगा और ऑस्ट्रेलिया की डिग्री भारत में मान्य होगी। उन्होंने कहा कि उनके देश का डीकिन विश्वविद्यालय गुजरात के गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में अपना एक अंतरराष्ट्रीय शाखा परिसर स्थापित करेगा।
अल्बनीज ने कहा, नए तंत्र का मतलब है कि यदि आप भारतीय छात्र हैं और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे हैं या अध्ययन कर चुके हैं, तो आपकी कड़ी मेहनत से अर्जित डिग्री को घर लौटने पर मान्यता दी जाएगी। अगर आप ऑस्ट्रेलिया में बड़ी संख्या वाले भारतीय प्रवासियों के समूह (500,000 और इसका बढ़ना जारी है) के सदस्य हैं, तो आप अधिक आत्मविश्वास महसूस करेंगे कि आपकी भारतीय योग्यता को ऑस्ट्रेलिया में मान्यता दी जाएगी।
शिक्षा संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति
अल्बनीज ने एक कार्यक्रम में आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि ऑस्ट्रेलिया का डीकिन विश्वविद्यालय गुजरात के गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में अपनी अंतरराष्ट्रीय ब्रांच खोलेगा। उन्होंने कहा, ”हमारे द्विपक्षीय शिक्षा संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा योग्यता मान्यता तंत्र को आखिरी रूप दे दिया है।
भारत यात्रा पर ऑस्ट्रेलियाई पीएम
भारत की यात्रा पर आए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने गुजरात में कहा कि भारतीय योग्यता वाले छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में मान्यता दी जाएगी। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया और भारत की शिक्षा योग्यता को मान्यता देना भारत-ऑस्ट्रेलिया और उनके द्विपक्षीय शिक्षा संबंधों के लिए एक बड़ा कदम है, जिससे लाखों छात्रों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री अल्बनीज ने उन भारतीय छात्रों के लिए एक नई मैत्री छात्रवृत्ति की भी घोषणा की जो ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करना चाहते हैं। मैत्री छात्रवृत्ति उन भारतीय छात्रों को दी जाएगी जो चार साल तक ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करना चाहते हैं।