ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। अडाणी एंटरप्राइजेज ने 27 जनवरी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अडाणी ग्रुप के रिस्पांस को कवर करते हुए एक प्रेजेंटेशन दिया। जिसका टाइटल ‘मिथ्स ऑफ शॉर्ट सेलर’ रखा गया। इसमें अडाणी ग्रुप ने अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को गलत बताया। अडाणी ग्रुप ने हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को बोगस बताते हुए कहा कि इस रिपोर्ट का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है। यह जानकारी अडाणी एग्जिक्यूटिव्स के कांफ्रेंस कॉल में हिस्सा लेने वाले बॉन्ड होल्डर्स ने दी है। अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर बॉन्ड होल्डर्स के साथ एक कॉल कांफ्रेंसिंग की थी।
इस इंवेस्टर कॉल को बार्कलेज, ड्यूश बैंक एजी, मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंसिंग एल ग्रुप और स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने आयोजित किया था। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप की कंपनियों पर मार्केट मैनिपुलेशन और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया था। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने अब अपने बिजनेस पोर्टफोलियो की एक स्पष्ट तस्वीर देकर रिपोर्ट का जवाब दिया है।
‘मिथ्स ऑफ शॉर्ट सेलर’ में हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर दिया जवाब
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के कुछ मुद्दों को लेकर अडाणी ग्रुप ने कॉल कांफ्रेंसिंग पर जवाब दिया है। इस कॉल कांफ्रेंसिंग में ‘मिथ्स ऑफ शॉर्ट सेलर’ के रूप में 18 पेज का एक प्रेजेंटेशन दिया गया। अडाणी ग्रुप ने निवेशकों से कहा कि अकाउंटिंग फ्रॉड सिर्फ तथ्यों को नजरअंदाज करने के चलते दिख रहा है। अडाणी ग्रुप के प्रेजेंटेशन के अनुसार, हिंडनबर्ग ने टोटल 89 सवाल पूछे हैं। इनमें से कुछ सवाल ग्रुप के रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन, डीआरआई (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) और कोर्ट केसेस के संबंध में हैं। हालांकि, कुल मिलाकर 21 सवाल ऐसे हैं, जिनके बारे में 2 साल के समय में किसी भी रिसर्च का रिजल्ट होने का दावा नहीं किया जा सकता है क्योंकि उनके बारे में 2015 के बाद से कई पब्लिक डाक्यूमेंट्स में खुलासा किया गया था।
ग्रुप की 9 लिस्टेड कंपनियों में से 8 के पास 6 बड़े ऑडिटर
ब्लूमबर्ग के मुताबिक प्रेजेंटेशन में जानकारी दी गई कि अडाणी ग्रुप की 9 लिस्टेड कंपनियों में से 8 के पास डेलॉइट हास्किन्स एंड सेल्स, एसआरबीसी एंड कंपनी (ईवी) और धर्मेश पारिख एंड कंपनी (जॉइंट ऑडिटर), शाह धनधरिया एंड कंपनी, अर्न्स्ट एंड यंग, पीकेएफ, वॉकर चंदिओक एंड कंपनी और के एस राव एंड कंपनी जैसे 6 बड़े ऑडिटर हैं।
लीवरेज के मुद्दे पर अडाणी ग्रुप ने क्या कहा?
इसके अलावा लीवरेज के मुद्दे पर अडाणी ग्रुप ने बताया कि उसकी विभिन्न कंपनियों में से 100 को रेटिंग दी गई है (ये उसके ईबीआईटीडीए का लगभग 100 फीसद है)। इसके अलावा रेवेन्यू और बैलेंस शीट को आर्टिफिशियल रूप से बढ़ाए जाने या मैनेज करने के संबंध में अडाणी पोर्टफोलियो में 9 लिस्टेड कंपनियों में से 6 कंपनियां रेवेन्यू, कॉस्ट और कैपेक्स के लिए स्पेसिफिक सेक्टर रेगुलेटरी रिव्यू के अधीन हैं।
गवर्नेंस के मामले में 4 बड़ी कंपनियां पीयर ग्रुप में शामिल.
अडाणी की 4 बड़ी कंपनियां उभरते बाजारों, सेक्टर और दुनिया में टॉप 7 फीसद पीयर ग्रुप में हैं। एलएएस पोजिशन पर अडाणी ने कहा, ‘ओवरऑल प्रमोटर लीवरेज प्रमोटर होल्डिंग के 4 फीसद से कम है।’