विनोद शील
नई दिल्ली । कश्मीर अब तेजी से बदल और बढ़ रहा है। यहां आमूल-चूल परिवर्तन साफ नजर आ रहा है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद गत 7 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी ने घाटी की अपनी पहली यात्रा की। यह देश के किसी भी प्रधानमंत्री की अब तक की सबसे सफल कश्मीर यात्रा मानी जा रही है। पीएम मोदी की श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में ‘विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर’ सार्वजनिक रैली में शामिल होने के लिए घाटी के हर कोने से लोग पहुंचे थे। लगभग एक लाख लोगों के एक जगह एकत्रित होने, मोदी-मोदी के नारे लगाने व उत्साह प्रदर्शित करने से विपक्षियों की आलोचना लोगों को पच नहीं रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित भारत, विकसित जम्मू-कश्मीर’ कार्यक्रम के तहत 6400 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन किया। 1000 युवाओं को जॉब लैटर भी दिए। इसके बाद युवा उद्यमियों से उनकी कामयाबी के किस्से और समस्याएं सुनीं। पीएम मोदी ने सभा में कहा- ये नया जम्मू-कश्मीर है। इसका दशकों से इंतजार था। यह वो जम्मू-कश्मीर है, जिसके लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया। इसकी आंखों में भविष्य की चमक है। चुनौतियों को पार करने का हौसला है। आज ये खुलकर सांस ले रहा है। धरती के स्वर्ग पर आने का अहसास शब्दों से परे है।
पीएम मोदी ने कहा- जम्मू-कश्मीर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का भुक्तभोगी रहा है। यहां जे एंड के बैंक में अपने नाते-रिश्तेदारों और भाई-भतीजों को भरकर इन परिवारवादियों ने बैंक की कमर तोड़ दी थी। हमने बैंक को एक हजार करोड़ की मदद देना तय किया। जो डूबने वाला बैंक था, आज उसका मुनाफा 1700 करोड़ रुपए तक पहुंच रहा है।
पीएम मोदी ने यहां की जनता के मन में नए कश्मीर की उम्मीद को जगाया है ।
उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था, साथ ही राज्य को 2 हिस्सों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था। 2019 के बाद से करीब 5 वर्षों के अंतराल में कश्मीर में जी 20 की शिखर बैठक के आयोजन के अलावा अनेक ऐसे फैसले लागू किए गए जिन्होंने कश्मीर में विकास की नई बयार ला दी। यह पीएम मोदी की सरकार के द्वारा किए गए कामों का ही नतीजा है कि प्रधानमंत्री मोदी का इतना अभूतपूर्व स्वागत कश्मीर की जनता ने किया है।
– प्रधानमंत्री ने ‘ वेड इन इंडिया ‘ पहल का किया उल्लेख
पहले राष्ट्रगान बजने पर खड़े भी नहीं होते थे कुछ लोग
गौरतलब है कि अतीत में जब कश्मीर में आधिकारिक समारोहों के दौरान राष्ट्रगान बजाया जाता था तो कुछ लोग खड़े भी नहीं होते थे। इनमें स्थानीय सरकारी कर्मचारी भी शामिल होते थे। अब सच्चाई यह है कि कश्मीर में आमूल-चूल परिवर्तन आया है।
अब यहां क्षेत्र और धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं का शोषण नहीं किया जाता। कश्मीरियों को समझ आ गया है कि’ मोदी हैं तो मुमकिन है’ और यह उम्मीद रैली में मौजूद हर मुस्कुराते चेहरे पर देखी जा सकती थी। रैली में शामिल 48 वर्षीय स्थानीय कारीगर नज़ीर अहमद ने कहा, पीएम मोदी ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि कश्मीर की कला और शिल्प एक बार फिर अपनी ऊंचाई हासिल करेगी और मुझे उन पर भरोसा है।
क्या कह रहे हैं कश्मीरी?
दिलचस्प बात यह है कि जिनके लिए प्रधानमंत्री ने कुछ भी करने का वादा नहीं किया, वे भी उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी समस्याएं हल हो जाएंगी। जल शक्ति विभाग में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी इमरान भट्ट जैसे हजारों अन्य कर्मचारी अपनी सेवाओं के नियमित होने की उम्मीद कर रहे हैं। भट्ट ने कहा, पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के हर घर में शांति और समृद्धि लाने का वादा किया है, तो उसमें हम भी शामिल हैं। इमरान ने बख्शी स्टेडियम से निकलने के बाद कहा, “मुझे यकीन है कि पीएम मोदी हमारी सेवाओं को नियमित कराएंगे। वह अकेले ही इसे पूरा कर सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में अब तक सभी सरकारों ने हमसे केवल खोखले वादे किए हैं।”
रैली में इतनी बड़ी संख्या में आए लोगों की सुरक्षा के प्रबंधन में स्थानीय पुलिस सबसे आगे थी। लोगों ने पुलिस द्वारा बताए गए हर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया और कार्यक्रम स्थल व उसके आसपास लोगों और स्थानीय पुलिसकर्मियों के बीच परस्पर समन्वय था। जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक संपत्ति उप-निरीक्षक सुलेमान खान ने कहा, “यह पीएम मोदी के कारण हुआ है। अब हमारी वर्दी का सम्मान है। ऐसे भी दिन थे, जब पुलिसकर्मी पत्थरबाजों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के डर से अपना पहचान पत्र नहीं रखते थे लेकिन आज, हमें इस वर्दी द्वारा दी गई गरिमा और सम्मान पर गर्व है। कश्मीर में यह परिवर्तन किसने संभव किया? यह मोदीजी और उनका दृढ़ संकल्प है कि कश्मीर में कानून का शासन वापस आया। ”
टैक्सी ऑपरेटरों, होटल व्यवसायियों, टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटरों, कारीगरों, खुदरा व्यापार से जुड़े लोगों, छोटे उद्योगपतियों और अन्य लोगों को बेहतर कल की उम्मीद है, क्योंकि पीएम मोदी ने उन्हें ऐसे भविष्य की गारंटी दी है। जिस तरह से लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ रैली के बारे में बातें कर रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि वे खुद स्वेच्छा से वहां पहुंचे थे। हजारों लोग गर्व से बता रहे हैं कि उन्होंने बख्शी स्टेडियम में पीएम मोदी को क्या कहते सुना।
जम्मू-कश्मीर का लोटस कनेक्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की सफलता की कहानी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र होगी। हमें यहां की झीलों में हर जगह कमल दिखाई देता है। 50 साल पहले बने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के लोगो में भी कमल है। क्या यह संयोग है या प्रकृति का संकेत है कि बीजेपी का चुनाव चिह्न भी कमल है और जम्मू और कश्मीर का कमल से गहरा नाता है?” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैंने हमेशा जम्मू-कश्मीर के लोगों को अपने परिवार के रूप में माना है। मेरे परिवार के लोग मेरे दिल में रहते हैं। मैं वादा करता हूं कि जम्मू-कश्मीर में विकास कार्य होंगे।
वेड इन इंडिया
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ‘ वेड इन इंडिया ‘ नारे के बारे में भी बात की और कहा कि लोगों को विदेशी स्थलों को चुनने के बजाय, अपनी शादियों की मेजबानी के लिए जम्मू-कश्मीर आना चाहिए। उन्होंने कहा, इससे स्थानीय लोगों की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने 26 नवंबर, 2023 को ‘मन की बात’ एपिसोड के दौरान पहली बार अपनी ‘वेड इन इंडिया’ पहल का उल्लेख किया था।
टूरिज्म ने तोड़े रिकार्ड
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, दुनिया ने देखा कि पिछले साल जम्मू-कश्मीर में जी20 टूरिज्म समिट का आयोजन हुआ था। उन्होंने रिकॉर्ड पर्यटक संख्या और केंद्र शासित प्रदेश की दो वंदे भारत ट्रेनों के बारे में भी बात की। एक समय था जब लोग कहते थे, पर्यटन के लिए जम्मू-कश्मीर कौन जाएगा? आज, जम्मू-कश्मीर में पर्यटन सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। 2023 में 2 करोड़ से अधिक पर्यटक यहां आए।



















