ब्लिट्ज ब्यूरो
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस अयोध्या को अवनि की अमरावती और धरती का बैकुंठ कहा गया, वह सदियों तक अभिशप्त रह, उपेक्षित रही। सुनियोजित तिरस्कार झेलती रही। अपनी ही भूमि पर सनातन आस्था पददलित होती रही, चोटिल होती रही। राम का जीवन हमें संयम की शिक्षा देता है और भारतीय समाज ने संयम बनाए रखा। हर एक नए दिन के साथ हमारा संकल्प और दृढ़ होता गया। सदियों के बाद भारत में इस चिरप्रतीक्षित नवविहान को देख अयोध्या समेत भारत का वर्तमान आनन्दित है। मंदिर वहीं बना है, जहां बनाने का संकल्प लिया था।
– भावनाएं कुछ ऐसी हैं कि व्यक्त करने को शब्द नहीं मिल रहे हैं। मन भावुक है, भाव विभोर है, भाव विह्वल है।
योगी ने कहा कि वर्षों के अंतराल के बाद इस चिरप्रतीक्षित मौके पर अंतर्मन में भावनाएं कुछ ऐसी हैं कि व्यक्त करने को शब्द नहीं मिल रहे हैं। मन भावुक है, भाव विभोर है, भाव विह्वल है।
राम के आदर्शों पर आगे बढ़ें सब
बाबरी ढांचा बनाम राममंदिर विवाद में मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि अब सभी को राम के दिखाए रास्ते पर उनके आदर्शों को जीते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा यह जल्द को रामलला के दर्शन करेंगे। अगर कुछ कट्टरपंथी लोगों को आपत्ति है, तो होती रहे, उन्हें ऐसे आलोचकों की परवाह नहीं।
अखंड भारत बनने की कामना
इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख इमाम डॉ. इलियासी ने कहा है कि श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ने बदलते भारत की तस्वीर प्रस्तुत की है। उन्होंने अखंड भारत बनने की भी कामना की।



















