ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। देश का पहला हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर मुंबई और अहमदाबाद के बीच विकसित किया जा रहा है। इस पर अगस्त 2026 में पहली ट्रेन चलने की उम्मीद है। जापान को दो कंपनियों हिताची और कावासाकी ने भारत को बुलेट ट्रेन सप्लाई करने के लिए एक कंसोर्टियम बनाया है।
नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन मुंबई-अहमदाबाद प्रोजेक्ट के लिए 18 बुलेट ट्रेन खरीदेगा। इनमें से प्रत्येक ट्रेन में 10 कोच होंगे और इसमें 690 लोग सफर कर सकते हैं। इस ट्रेन में भारतीय परिस्थितियों के मुताबिक बदलाव किए जा रहे हैं। यह ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम होगी। 508 किमी लंबे इस प्रोजेक्ट की आधारशिला सितंबर 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के तत्कालीन पीएम शिंजो आबे ने रखी थी। माना जा रहा है कि बुलेट ट्रेन के शुरू हो जाने से मुंबई और अहमदाबाद के बीच का सफर मात्र साढ़े तीन घंटे में पूरा हो सकेगा।
– 18 बुलेट ट्रेन होंगी
– हर ट्रेन में 10 कोच, 690 लोग कर सकते हैं सफर
एक रिपोर्ट में रेलवे अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि जापान की दो कंपनियों ने भारत को बुलेट ट्रेन सप्लाई करने के लिए इसके डिजाइन पर बातचीत शुरू कर दी है। भारत के मौसम और दूसरी परिस्थितियों के मुताबिक इसके डिजाइन में बदलाव किए जाएंगे। भारतीय रेलवे के अधिकारियों ने इसके डिजाइन में बदलाव की मांग की थी ताकि इसकी कीमत में कमी लाई जा सके। अब इन कंपनियों ने नए डिजाइन के साथ प्रपोजल सौंपा है। बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी ने लोन दिया है। लोन की शर्तों के मुताबिक केवल जापानी कंपनियां ही बिड में हिस्सा ले सकती हैं।