ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। तेजस एमके-1ए फाइटर जेट के प्रोटोटाइप प्लेन में डिजिटल फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (डीएफसीसी) लगाया गया है। इसके बाद इस विमान का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण भी किया गया।
डीएफसीसी का साधारण भाषा में मतलब होता है कि फाइटर जेट से मैन्युअल फ्लाइट कंट्रोल्स हटाकर उसकी जगह इलेक्ट्रॉनिक इंटरफेस लगा देना यानी बहुत सारी चीजें कंप्यूटर के हाथ में चली जाती हैं, वही विमान को उड़ाते समय पायलट के मुताबिक संतुलित रखता है। इस सिस्टम की वजह से रडार, एलिवेटर, एलिरॉन, फ्लैप्स और इंजन का नियंत्रण इलेक्ट्रॉनिकली होता है। फ्लाई बाय वायर कुल मिलाकर फाइटर जेट को एक आत्म संतुलन देता है। स्टेबलाइज करता है। यह विमान को ज्यादा सुरक्षित बनाता है।
तेजस एमके-1ए के लिए स्वदेशी डीएफसीसी को बेंगलुरु स्थित वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान ने विकसित किया है।
डीएफसीसी में क्वाड्राप्लेक्स पावर पीसी आधारित प्रोसेसर, हाई स्पीड ऑटोनॉमस स्टेट मशीन आधारित आई/ओ नियंत्रक, उन्नत कम्प्यूटेशनल थ्रूपुट और डीओ 178सी लेवल-ए सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप जटिल ऑन-बोर्ड सॉफ्टवेयर शामिल हैं।