ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत की आबादी 140 करोड़ है। इसमें से 96 करोड़ 80 लाख लोग इस बार लोकसभा चुनाव में वोट डालेंगे। कुल जनसंख्या में से 69 प्रतिशत मतदाता हैं। कई राज्यों की आबादी में मतदाताओं का हिस्सा इससे काफी कम है। उत्तर और दक्षिण भारत में काफी फर्क है।
उत्तर में कैसा है वोटर और आबादी का अनुपात
– बिहार : 59.6 प्रतिशत वोटर-13 करोड़ जनसंख्या में 7.7 करोड़ वोटर
– जम्मू-कश्मीर में 64 प्रतिशत मतदाता। 1.4 करोड़ जनसंख्या में 90 लाख वोटर
– उत्तर प्रदेश में 64.4 प्रतिशत मतदाता। जनसंख्या (23.8 करोड़) में 15.3 करोड़ वोटर
– हरियाणा में 64.9 प्रतिशत मतदाता। 2 करोड़ हैं हरियाणा की 3.1 करोड़ की जनसंख्या में वोटर
– 67.7 प्रतिशत वोटर (1.5 करोड़) हैं दिल्ली की 2.2 करोड़ की जनसंख्या में
– 69 प्रतिशत है पंजाब की 3.1 करोड़ जनसंख्या में 2.1 करोड़ वोटरों का हिस्सा
– 70.9 प्रतिशत उत्तराखंड की 1.2 करोड़ जनसंख्या में 80 लाख वोटरों का हिस्सा
– 74.9 प्रतिशत है हिमाचल की 80 लाख की आबादी में 60 लाख वोटरों का हिस्सा
पश्चिम की तस्वीर
– राजस्थान : 65 प्रतिशत वोटर (5.3 करोड़) हैं 8.2 करोड़ की जनसंख्या में
– गुजरात: 68.4 प्रतिशत वोटर (4.9 करोड़) है 7.2 करोड़ की जनसंख्या में
– महाराष्ट्र: 71.7 प्रतिशत वोटर हैं (9.1 करोड़) महाराष्ट्र की 12.7 करोड़ की जनसंख्या में
कैसा दिख रहा पूर्वी भारत
– असम: 67.6 प्रतिशत है 3.6 करोड़ की आबादी में 2.4 करोड़ वोटरों का हिस्सा
– ओडिशा: 71.5 वोटर (3.3 करोड़) शामिल हैं 4.7 करोड़ की जनसंख्या में
– पश्चिम बंगाल: 76.3 प्रतिशत वोटर (7.6 करोड़) हैं पश्चिम बंगाल की 10 करोड़ की आबादी में
दक्षिण भारत में यह है आंकड़ा
– केरल: 75.6 प्रतिशत है 3.6 करोड़ की आबादी में 2.7 करोड़ वोटरों का हिस्सा
– आंध्र प्रदेश: 76.5 प्रतिशत वोटर (4.1 करोड़) 5.3 करोड़ की जनसंख्या में
– कर्नाटक: 79 प्रतिशत है 6.8 करोड़ जनसंख्या में 5.4
करोड़ वोटरों का हिस्सा
– तमिलनाडु: 80.4 वोटर (6.2 करोड़) तमिलनाडु की 7.7 करोड़ जनसंख्या में
– तेलंगाना: 86.3 प्रतिशत वोटर (3.3 करोड़) हैं 3.8 करोड़ की जनसंख्या में
क्या है इस अंतर की बड़ी वजह
भारत में मीडियन एज 29 साल के आसपास है यानी लगभग आधी जनसंख्या की औसत उम्र 29 साल से कम है लेकिन राज्यों के स्तर पर मीडियन एज में काफी फर्क है। यूपी, बिहार जैसे उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में आबादी अधिक है और इसमें काफी युवा लोगों की उम्र 21 साल से कम है। दक्षिण के प्रदेशों की आबादी तो कम है ही, वहां अधिक उम्र के लोग भी ज्यादा हैं। इसलिए वहां आबादी में वोटरों का हिस्सा भी अधिक है।



















