ब्लिट्ज ब्यूरो
अयोध्या। श्रीहरि विष्णु के वाहन गरूड़ के पुजारी और श्री राम के नाम से राज करने वाले थाईलैंड ने एक बार फिर अपने पुराने रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाया है। यूनाइडेड नेशंस से वर्ल्ड पीस अंबेसेडर डा. परविंदर सिंह की अगुवाई में आए थाई भिक्षुओं ने अयोध्या के राज परिवार के सदस्य एवं श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य विमलेंद्र मोहन प्रताप सिंह से मुलाकात कर सांस्कृतिक केंद्र खोलने के लिए जमीन की मांग का प्रस्ताव दिया है। सिंह ने उनके प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार कर कहा कि जल्द ही इसके लिए अगली कार्यवाही की जाएगी। गया से सारनाथ होते हुए थाई प्रतिनिधियों का दल अयोध्या पहुंचा। यहां पर सर्वप्रथम उन्होंने श्री रामलला के दर्शन किए।
इस दौरान डा. परविंदर सिंह ने बताया कि भगवान राम एक ऐसे आदर्श पुरुष थे जिनके आदर्शों को थाईलैंड सदियों पहले आत्मसात कर चुका है। थाईलैंड में श्रीराम के नाम पर ही राजा राज करते हैं। वर्तमान समय राम 10 का शासन चल रहा है। उन्होंने बताया कि थाईलैंड में रामायण के प्रसंगों को रामलीला के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। वहां पर संवाद संप्रेषण के साथ मुखौटों व मुखाकृति के द्वारा विशेष प्रस्तुति दी जाती है। हमारा लक्ष्य भारत और थाईलैंड के पारस्परिक संबंधों को और भी ज्यादा मजबूती देना हैै।
इसके बाद थाई दल राज सदन पहुंचा। जहां पर उनका स्वागत विमलेंद्र मोहन प्रताप सिंह व स्थानीय साहित्यकार यतीन्द्र मिश्रा ने किया। यहां पर डा. सिंह ने थाईलैंड की ओर से उन्हें अयोध्या में एक सांस्कृतिक केंद्र खोलने का प्रस्ताव दिया। इस दौरान डा. सिंह ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि थाईलैंडवासियों के दिलों में विशेष स्थान रखती है। इसको ध्यान में रखते हुए हम लोग अयोध्या में सांस्कृतिक केंद्र को लेकर कृतसंकल्पित हैं। इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए जमीन की तलाश है। इसके बनाने के पीछे का लक्ष्य भौतिक प्रगति के साथ ही सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता को और भी ज्यादा प्रभावी, एकात्म मानववाद से उत्प्रेरित करना है। यह संस्कृति केंद्र न केवल समुदायों के बीच बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर संस्कृति के आदान प्रदान में सहभागी बनेगा।
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को थाईलैंड में भी हर तरफ उत्साह का माहौल रहा। हर गांव-गांव में सांस्कृतिक व सामाजिक तौर पर लोग इस बड़े आयोजन से जुड़कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।



















