ब्लिट्ज ब्यूरो
नोएडा। जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए नोएडा के लोगों को एक नई सौगात मिल सकती है। बताया जा रहा है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर 32 किमी का नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। नोएडा में 28 किमी यह एक्सप्रेस वे होगा, जबकि चार किमी का लिंक रोड बनाकर इसको एयरपोर्ट से कनेक्ट किया जाएगा। नए एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने एनएचएआई को पत्र लिखा था।
एनएचएआई ने पहले कर दिया था मना
एनएचएआई ने यह कहकर मना किया था कि हम सिर्फ नेशनल हाइवे बनाते हैं न कि एक्सप्रेस वे। अब प्राधिकरण ने दोबारा से एनएचआई को पत्र लिखा है, जिसके बाद एनएचएआई दोबारा से इस रोड का सर्वे करेगी।
सर्वे के बाद तय होगा
एनएचएआई की तरफ से सर्वे के बाद तय होगा कि इसका निर्माण कौन करेगा। एनएचएआई की ओर से मना किए जाने पर नोएडा प्राधिकरण इसके निर्माण के लिए किसी बड़ी कंपनी को कांट्रेक्ट दे सकता है। इस नए एक्सप्रेस वे का लाभ दिल्ली, हरियाणा और यूपी के कई शहरों को होगा।
इन सेक्टरों को होगा लाभ
यह नया एक्सप्रेस वे नोएडा के सेक्टर 128, 135, 150, 151, 168 के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा के कुछ क्षेत्रों को जाने वाले वाहन चालकों को सहूलियत देगा। पुश्ता सड़क के 11 किलोमीटर के हिस्से का निर्माण पहले से ही किया गया था और जून 2014 में सार्वजनिक रूप से खोला गया था। इस नए एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 2 से 2.5 हजार करोड़ रुपये का खर्चा होगा। इसकी लागत सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट दोनों को ही वहन करनी होगी।
नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का लोड
वर्तमान में नोएडा एक्सप्रेस वे से रोजाना करीब 10 लाख वाहन गुजरते हैं। कई बार हैवी ट्रैफिक रहता है। इसलिए यह नया एक्सप्रेस वे बनाने पर विचार किया गया है। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस एक्सप्रेस वे को दिल्ली के कालिंदी कुंज के पास मुंबई-बड़ोदरा एक्सप्रेस से भी जोड़ने का प्लान है। इसके बनने से हरियाणा के फरीदाबाद, बल्लभगढ़, दिल्ली के बदरपुर, नेहरू प्लेस और नोएडा का अधिकतर ट्रैफिक जो मौजूदा एक्सप्रेस वे पर चलता है, वह नए एक्सप्रेस पर चलने लगेगा।
कनेक्टिविटी का एक और विकल्प
यातायात को बेहतर और नोएडा एयरपोर्ट से सीधे लिंक के लिए एक्सप्रेसवे बेस्ट ऑप्शन है। नोएडा प्राधिकरण इसके अलावा दो और विकल्प पर फिजिबिलिटी तैयार करवा रहा है। 19 किमी लंबे पुश्ता रोड को ठीक कराया जाए। इसके लिए सिंचाई विभाग से बातचीत की जा रही है।
दूसरा, एक्सप्रेस वे के ऊपर एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाए। ये काफी खर्चे वाला आप्शन है। बहरहाल एनएचएआई के सर्वे के बाद ही तय होगा कि एक्सप्रेस वे समानांतर नोएडा एयरपोर्ट को लिंक करने के लिए कौन सा विकल्प सही होगा।


















