पीएम मोदी ने कोविड काल में वैक्सीन देकर जरूरतमंद देशों की मदद की और नेबर फर्स्ट के तहत पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश और यहां तक कि पाकिस्तान को भी मदद करने में कभी हिचक नहीं की। यही कारण है कि आज मोदी के नेतृत्व में देश अब पीछे मुड़कर नहीं देखने वाला है बल्कि लंबी छलांग मारने को तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व और कृतित्व ऐसा है कि यह भारत के ही नहीं, पूरी दुनिया के लोगों को भी आकर्षित करता है और उन्हें उनका मुरीद बना देता है। अभी हाल ही में पद्म पुरस्कार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। यहां एक वाकया ऐसा घटा जो इस बात को साबित करता है कि पीएम मोदी का आचरण कैसे लोगों को अपना दीवाना बना देता है। राष्ट्रपति भवन में जब सभी पद्म पुरस्कार विजेताओं के पास पीएम पहुंचे तो उनमें से एक, कर्नाटक के बिदरी कला के दिग्गज फनकार शाह रशीद अहमद कादरी बिना रुके सिर्फ अपने मन के उद्गार पीएम मोदी से व्यक्त करते चले गए। पीएम कुछ नहीं बोले, बोले तो बस कादरी ही। कादरी ने कहा, मैंने पांच साल तक इंतजार किया, हर साल आवेदन किया लेकिन सम्मान नहीं मिला। इसके बाद यह सोच कर मैं खामोश बैठ गया कि भाजपा सरकार में मुझे पद्म सम्मान नहीं मिलेगा लेकिन मोदी जी आपने तो मुझे गलत साबित कर दिया। कादरी बोलते गए, मोदी जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। कल तक पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में जो बात मेरे मन में थी, वो जुबान पर आ गई। कादरी की बात गौर से सुनते रहे पीएम मोदी और बस फिर मुस्कुरा दिए।
एक अन्य अवसर का उदाहरण देना जरूरी है। किसी समय कांग्रेस की ‘बिग गन’ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने एक कार्यक्रम में यह कहा कि मुझे पीएम मोदी को उनका ड्यू क्रेडिट देना ही चाहिए। आजाद बोले, विपक्ष के नेता के तौर पर किसी भी मुद्दे पर, चाहे वह आर्टिकल 370 हो या फिर सीएए अथवा हिजाब का मुद्दा, मैंने पीएम मोदी को कभी नहीं बख्शा लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी बदले की भावना से काम नहीं किया।
एक समय जम्मू-कश्मीर की सियासत के केंद्र बिंदु रहने वाले और वीपी सिंह की सरकार में देश के पहले मुस्लिम केंद्रीय गृह मंत्री रह चुके पीडीपी नेता मुफ्ती मुहम्मद सईद ने पीएम मोदी को सबसे बड़ा धर्मनिरपेक्ष नेता कहा था।
पीएम मोदी से शाह कादरी के कहे गए चंद शब्दों की गूंज ने सोशल मीडिया की तरंगों को भी झंकृत कर दिया। एक यूजर ने लिखा,मोदी सरकार से ज्यादा कोई भी सरकार अल्पसंख्यकों के लिए कल्याणकारी योजनाएं नहीं लाई। एक अन्य यूजर लिखता है, यह पिछली सरकारों पर सही कटाक्ष है। एक ट्विटर हैंडल पर यह भी लिखा गया, वाह! यही तो इस सरकार की सुंदरता है। ये है पीएम मोदी की कार्यप्रणाली जो विपक्ष के नेताओं के मुख से भी पीएम मोदी की तारीफ करवा देती है।
ऐसे उदाहरणों की सूची काफी लंबी है। यह बताने के लिए कि प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष के नेताओं में लोकप्रिय ही नहीं अपितु उनके पसंदीदा भी हैं। यूजर्स की प्राथमिकता में पीएम मोदी ही शामिल हैं। बहुसंख्यकों के साथ-साथ अल्पसंख्यक भी उन्हें सिर-आंखों पर बैठाते हैं। देश ही नहीं, दुनिया में लगातार सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहने का उनका रिकॉर्ड यूं ही नहीं कायम है। बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी लोकप्रियता के मामले में जब पीएम मोदी से मुकाबिल होते हैं तो आंकड़े उनको बौना साबित कर देते हैं।
पीएम मोदी के उच्च आदर्शों, सबका साथ सबका विकास की मूल भावना तथा वसुधैव कुटुम्बकम् के विश्वव्यापी मंत्र की बदौलत आज देश ऊर्जावान, सकारात्मक सोच के साथ हर क्षेत्र में तीव्र विकास के साथ बड़े पैमाने पर आगे बढ़ रहा है। विपक्षी नेता भी देश के अधिकतम विकास व समृद्धि के लिए भाजपा की ओर देख रहे हैं और उसकी ओर उन्मुख हो रहे हैं। भाजपा के राष्ट्र कल्याण मिशन का हिस्सा बन रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व नेता और देश के पहले गवर्नर-जनरल सी राजगोपालाचारी के परपोते सीआर केशवन गत दिनों भाजपा में शामिल हो गए। केशवन ने फरवरी में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी में शामिल होने के बाद सीआर केशवन ने कहा कि मैं अपने घर के ऐसे लोगों को जानता हूं, जिन्हें पीएम आवास योजना के जरिए पक्के घर मिले। अब तक तीन करोड़ घर बन चुके हैं। यही नहीं भाजपा के स्थापना दिवस छह अप्रैल को केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी के पुत्र अनिल एंटनी ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। यह पीएम मोदी का ही करिश्मा है कि लोग उनके साथ आने को आतुर हैं। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बावजूद चीन के लोगों के दिलों में भी प्रधानमंत्री मोदी को लेकर एक अलग सम्मान है। अमेरिका की पत्रिका ‘डिप्लोमैट’ में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, चीनी लोगों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आदरपूर्वक ‘मोदी लाओक्सियन’ कहा जाता है, जिसका अर्थ है ‘मोदी अमर हैं।’ मौजूदा समय में जब, दोनों देशों के संबंध मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, ऐसे में इस तरह लोगों के बीच इतना सम्मान मिलना वाकई बड़ी बात है।
चुनावी राज्य कर्नाटक के एक किसान मोहनदास कामथ का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है जिसमें वह पीएम मोदी की फोटो को चूमता दिखाई दे रहा है। इस पर बड़ी संख्या में लोगों ने रिएक्ट किया है। वीडियो शेयर करने वाले मोहनदास कामथ ने ट्वीट में पीएम मोदी को भी टैग किया है। इसपर यूजर्स ने इसे पीएम मोदी के लिए आम लोगों का प्यार बताया। एक यूजर लिखता है, ‘साफ मन की बात सुनकर मेरा मन भर आया… एक आम नागरिक के दिल में पीएम मोदी हैं।’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘सच्चाई यही है की मोदी जी लोगों के दिल में बसते हैं, लोगों का प्यार ही है जो हर बार मोदी जी को 300 सीटें मिलती हैं’।
पीएम मोदी ने कोविड काल में वैक्सीन देकर जरूरतमंद देशों की मदद की और नेबर फर्स्ट के तहत पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश और यहां तक कि पाकिस्तान को भी मदद करने में कभी हिचक नहीं की। यही कारण है कि आज मोदी के नेतृत्व में देश अब पीछे मुड़कर नहीं देखने वाला है बल्कि लंबी छलांग मारने को तैयार है। पीएम मोदी भी यह मानते हैं कि यह 140 करोड़ देशवासियों का कर्तव्य है कि अमृतकाल में भारत एक विकसित राष्ट्र बने और इसके लिए सभी संकल्पबद्ध होकर आगे बढ़ें।