ब्लिट्ज ब्यूरो
मेरठ। कलाकारों का राजनीति में आना नई बात नहीं है लेकिन रामायण और महाभारत, दो ऐसे टीवी सीरियल रहे हैं जिनके अधिकतर प्रमुख पात्र संसद तक पहुंचे। रामायण में श्रीराम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल इस चुनाव में मेरठ से भाग्य आजमा रहे हैं।
गोविल से पहले रामायण के कई पात्र सियासी पारी खेल चुके हैं। । महाभारत के कृष्ण, युधिष्ठिर, द्रौपदी भी चुनावी कश्ती पर सवार हो चुके हैं। हनुमान (दारा सिंह) राज्यसभा सदस्य रहे हैं। ‘द्रौपदी’ रूपा गांगुली भी राज्यसभा सांसद रहीं।
गोविल पहली बार चुनाव लड़ रहे
रामायण सीरियल में ‘राम’ का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल भाजपा के टिकट पर मेरठ लोकसभा सीट से भाग्य आजमा रहे हैं। वह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि इससे पहले वह कांग्रेस पार्टी में भी शामिल हुए थे लेकिन चुनाव नहीं लड़ा था।
महाभारत में द्रौपदी का किरदार निभाने वाली रूपा गांगुली राज्यसभा की मनोनीत सांसद रह चुकी हैं। पश्चिम बंगाल के 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हुई थीं। चुनाव बाद उसी साल भाजपा ने उन्हें मनोनीत सदस्य के रूप में राज्यसभा भेजा था।
‘सीता’ दीपिका भी रही हैं भाजपा की सांसद
रामायण की सीता माता यानी दीपिका चिखलिया साल 1991 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं। उन्होंने गुजरात की वडोदरा सीट से जीती थी।
साबरकांठा सीट से जीते थे रावण
रामायण के रावण यानी अरविंद त्रिवेदी ने 1991 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वे गुजरात के साबरकांठा सीट से जीते थे। 2002 में वह सेंसर बोर्ड के एक्टिंग चेयरमैन नियुक्त किए गए।
राज बब्बर सबसे सफल नेता
अभिनेता राज बब्बर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। समाजवादी पार्टी के टिकट पर तीन बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।



















