कई मायनों में खास है नई संसद
– 28 मई को पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन
– तीन साल में बना भवन।
– लोकसभा की 888, राज्यसभा की 300 सीटें।
– डिजाइनिंग आर्किटेक्चर फर्म एचसीपी डिजाइंस ने की।
– क्षेत्रफल 64,500 स्क्वेयर मीटर। आकार त्रिकोण है। ऐसा इसलिए बनाया गया क्योंकि धर्म में त्रिकोण ज्यामिति का बहुत महत्व है।
– निर्माण में 1200 करोड़ का खर्च आया।
– पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी।
विशेष्ा : 2026 में लोकसभा सीटों का नया परिसीमन होना है। इसके बाद बढ़ सकती है सांसदों की संख्या। अभी 25 लाख की आबादी पर एक सांसद। आजादी के बाद पहले चुनाव में 7 लाख की आबादी पर एक सांसद था।
– 28 मई को पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन
– तीन साल में बना भवन।
– लोकसभा की 888, राज्यसभा की 300 सीटें।
– डिजाइनिंग आर्किटेक्चर फर्म एचसीपी डिजाइंस ने की।
– क्षेत्रफल 64,500 स्क्वेयर मीटर। आकार त्रिकोण है। ऐसा इसलिए बनाया गया क्योंकि धर्म में त्रिकोण ज्यामिति का बहुत महत्व है।
– निर्माण में 1200 करोड़ का खर्च आया।
– पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी।
विशेष्ा : 2026 में लोकसभा सीटों का नया परिसीमन होना है। इसके बाद बढ़ सकती है सांसदों की संख्या। अभी 25 लाख की आबादी पर एक सांसद। आजादी के बाद पहले चुनाव में 7 लाख की आबादी पर एक सांसद था।
पुरानी संसद
– छह साल में भवन बना था।
– लोकसभा की 543, राज्यसभा की 250 सीटें।
– डिजाइन एडविन के लुटियन व हर्बर्ट बेकर ने बनाया।
– पुराना भवन 566 मीटर व्यास में बना। जरूरत के हिसाब से बाद में 1956 में दो और मंजिलें जोड़ी गईं।
– निर्माण में 83 लाख रुपए का खर्च आया।
– ड्यूक ऑफ कनॉट ने 12 फरवरी 1921 को आधारशिला रखी। 18 जनवरी 1927 को तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन ने उद्घाटन किया।
विशेष्ा : मौजूदा भवन को लगभग सौ साल हो रहे हैं पूरे।
– छह साल में भवन बना था।
– लोकसभा की 543, राज्यसभा की 250 सीटें।
– डिजाइन एडविन के लुटियन व हर्बर्ट बेकर ने बनाया।
– पुराना भवन 566 मीटर व्यास में बना। जरूरत के हिसाब से बाद में 1956 में दो और मंजिलें जोड़ी गईं।
– निर्माण में 83 लाख रुपए का खर्च आया।
– ड्यूक ऑफ कनॉट ने 12 फरवरी 1921 को आधारशिला रखी। 18 जनवरी 1927 को तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन ने उद्घाटन किया।
विशेष्ा : मौजूदा भवन को लगभग सौ साल हो रहे हैं पूरे।