विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव से पहले संसद में अपने इस कार्यकाल के आखिरी भाषण के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के वादे को दोहराया। इस बार उन्होंने भाषण के दौरान किसी आंकड़े को पेश नहीं किया। इसके स्थान पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारा तीसरा कार्यकाल 1,000 सालों की नींव रखने का काम करेगा और उसमें बहुत बड़े फ़ैसले होंगे। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान ये बातें कहीं।
प्रधानमंत्री मोदी 2024 में अपने तीसरे कार्यकाल के प्रति पूर्ण आश्वस्त दिखे जिसे उन्होंने 3.0 का नाम दिया। मोदी ने लोकसभा में दावा किया कि लोकसभा चुनाव में इस बार बीजेपी को 370 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। साथ ही उन्होंने एनडीए को 400 से ज्यादा सीटों का भी दावा किया। पीएम ने विपक्ष को भी जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि विपक्ष कई दशकों तक वहीं बैठा रहा। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक विपक्ष समाज को बांटता रहेगा। इन लोगों ने देश को बहुत तोड़ा है। कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का मौका मिला था लेकिन इसके नेता विफल हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मुझे 400 सीटों का आशीर्वाद दिया। पश्चिम बंगाल से आपको जो चैलेंज मिला है कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।
प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए राहुल गांधी को भी घेरा। उन्होंने कहा कि एक ही प्रॉडक्ट को बार-बार लॉन्च करने के चक्क र में दुकान पर ताला लगाने की नौबत आ गई है। पीएम ने कहा- कांग्रेस ने अपने युवराज को स्टार्टअप बनाकर रख दिया है। न वो लिफ्ट हो रहा है और न ही लॉन्च हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, दुनिया भारत से प्रभावित है। जी20 शिखर सम्मेलन इसका प्रमाण है। यह मोदी की गारंटी है कि हमारे तीसरे कार्यकाल में भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कहा, ”जब हम कहते हैं कि हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेंगे, तो विपक्ष कहता है कि यह अपने आप हुआ है और इसमें कुछ बड़ा नहीं है। मैं युवाओं को बताना चाहता हूं कि यह कैसे होता है और सरकार का इसमें कितना बड़ा योगदान होता है।”
पीएम ने 2014 के अंतरिम बजट से वित्त मंत्री की बात को दोहराया
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में तत्कालीन वित्तमंत्री ने कहा था कि ”अगले 30 सालों में आकार और ताकत के हिसाब से भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। अब हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की बात कर रहे हैं तो विपक्ष को तो खुश होना चाहिए” क्योंकि हमने अपने 10 साल के कार्यकाल में भारत को पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है। प्रचार किया जा रहा है कि पीएसयू बंद हो गए। 2014 में देश में 234 पीएसयू थे, आज 254 हैं। भाई कौन सा अर्थमैटिक वो जानते हैं।
कई पीढ़ियों का राजनीति में आना परिवारवाद नहीं, बल्कि…
इस बार पीएम ने संसद में यह भी बताया कि ‘परिवारवाद’ की परिभाषा क्या है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर ‘परिवारवाद की राजनीति’ करने का आरोप दोहराते हुए परिवारवाद को लेकर भाजपा के बयानों पर आने वाली प्रतिक्रियाओं का जवाब देते हुए कहा, ‘‘आज मैं परिवारवाद का मतलब समझा देता हूं। अगर किसी परिवार के एक से अधिक लोग जन समर्थन से अपने बलबूते राजनीतिक क्षेत्र में प्रगति करते हैं तो उसे हमने कभी परिवारवाद नहीं कहा।” उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी पार्टी को एक ही परिवार द्वारा चलाये जाने, परिवार के लोगों को ही प्राथमिकता मिलने, परिवार के लोगों द्वारा ही सारे निर्णय लिये जाने को परिवारवाद मानते हैं।”
– दी तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की गारंटी
– हमारे 10 वर्ष टॉप 5 इकोनॉमी और बड़े फैसलों वाले, सरकार का आगे का रोडमैप भी बताया
– प्रधानमंत्री मोदी 2024 में अपने तीसरे कार्यकाल के प्रति पूर्ण आश्वस्त दिखे जिसे उन्होंने 3.0 का नाम दिया।
– आज कांग्रेस देश को तोड़ने के नैरेटिव गढ़ रही है। देश को उत्तर-दक्षिण में बांटने की बात कर रही है।
इससे कांग्रेस ने खुद का, विपक्ष का, देश का और संसद का बड़ा नुकसान कर दिया है। उनका मानना है कि देश को अच्छे, स्वस्थ विपक्ष की बहुत जरूरत है, लेकिन कांग्रेस ने दस साल के बाद भी स्वस्थ विपक्ष बनने का प्रयास नहीं किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने लोकसभा में 100 मिनट और राज्यसभा में लगभग 90 मिनट की स्पीच दी। अपनी 100 मिनट की स्पीच में पीएम ने कांग्रेस, परिवारवाद, भ्रष्टाचार, रोजगार, महंगाई, राम मंदिर, पर्यटन, महिला, किसान, युवा, विपक्षी गठबंधन और 10 साल के यूपीए बनाम एनडीए सरकार के काम-काज पर बात की और आने वाले सालों में अपनी सरकार के कामकाज का रोडमैप पेश किया। 90 मिनट की स्पीच की शुरुआत उन्होंने कांग्रेस से की और मोदी 3.0 पर खत्म की। वे नेहरू, राहुल, ओबीसी, एससी-एसटी, आरक्षण और पीएसयू समेत कई मुद्दों पर बोले। उन्होंने ‘युवराज’ और ‘कमांडर’ जैसे शब्द भी इस्तेमाल किए। मोदी बोले, कांग्रेस के 10 साल का इतिहास देखिए। पॉलिसी पैरालिसिस उनकी पहचान बन गई। हमारे 10 वर्ष टॉप 5 इकोनॉमी, बड़े फैसलों के लिए याद किए जाते हैं।
लोकतंत्र पर प्रवचन न दे विपक्ष
पीएम ने कहा- कांग्रेस हमें लोकतंत्र पर प्रवचन दे रही है। जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। दर्जनों बार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को भंग कर दिया था। संविधान, लोकतंत्र की मर्यादा को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया था। जिस कांग्रेस ने अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की। आज कांग्रेस देश को तोड़ने के नैरेटिव गढ़ रही है। देश को उत्तर-दक्षिण में बांटने की बात कर रही है। कांग्रेस ने देश को इतना तोड़ा, यह कम नहीं है। अब उनके सांसद दक्षिण को देश से अलग करने की बात करते हैं।
आरक्षण को लेकर नेहरू की चिट्ठी पर
पीएम बोले- दलित, पिछड़े और आदिवासी आरक्षण की कांग्रेस जन्मजात विरोधी रही। बाबा साहेब न होते तो शायद एससी-एसटी को आरक्षण मिलता या नहीं, ये भी मालूम नहीं। मैं आदरपूर्वक नेहरूजी को ज्यादा याद करता हूं। एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को लिखा था- मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता। खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे। वो कहते थे कि अगर एससी-एसटी, ओबीसी को आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। आज जो आंकड़े गिनाते हैं, उसका मूल यहां है। पीएम मोदी का इशारा राहुल के बयान पर था, जिसमें वे सरकार में ओबीसी अफसरों की संख्या को लेकर सवाल उठाते हैं। उन्होंने अंबेडकर के योगदान को छोटा करने का प्रयास किया। देश में पहली बार एनडीए ने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाने का काम किया।
अपनी सरकार के तीसरे टर्म मोदी 3.0 पर
हमारी सरकार का तीसरा टर्म दूर नहीं। मोदी 3.0 विकसित भारत की नींव को मजबूत करने के लिए है। अगले 5 साल भारत में डॉक्टर, मेडिकल कॉलेज बढ़ेंगे। इलाज सस्ता और सुलभ होगा। हर गरीब के घर में नल से जल का कनेक्शन होगा।




















