ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष जॉन चैंबर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के बेस्ट नेताओं में एक बताया है। उन्होंने बताया कहा कि भारत में प्रधानमंत्री मोदी की अप्रूवल रेटिंग 76 पर्सेंट है। यानी इतने लोग उन्हें पसंद करते हैं। जॉन चैंबर्स ने कहा, काश अमेरिका में भी मोदी जैसा कोई लीडर होता।
एक विशेष इंटरव्यू में जॉन टी चैंबर्स ने कहा, मैं पीएम मोदी का बहुत बड़ा फैन हूं। मुझे लगता है कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ नेता हैं। मेरी इच्छा है कि हमारे पास अमेरिका में भी ऐसा कोई लीडर हो। हमारे पास कोई भी ऐसा राजनीतिक नेता नहीं है, जिन्हें 50 पर्सेंट अप्रूवल रेटिंग मिली हो।
जॉन चैंबर्स ने लोगों का विश्वास हासिल करने की पीएम मोदी की क्षमता का हवाला दिया। उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने जिस तरह से जनता का भरोसा जीता है, उन्हें न सिर्फ भारत बल्कि दुनियाभर से जिस तरह की लोकप्रियता और प्यार मिला; इस चीज ने सबका ध्यान आकर्षित किया है।
लोगों को मोदी पर भरोसा
चैंबर्स ने कहा, अगर आप नेता के बारे में सोचते हैं, तो यह उनके ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में है। यह उनके रिश्तों और भरोसे के बारे में है। उन्होंने हमारे सभी राजनीतिक नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते बनाए हैं। लोग उन पर भरोसा करते हैं। जॉन चैंबर्स ने इस दौरान तेजी से उभरती भारत की अर्थव्यवस्था की खुल कर तारीफ की। उन्होंने कहा, भारत का विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना तय है। भारतीय कंपनियों को आगे बढ़ने का साहस रखना होगा। उन्होंने कहा, चीन की तुलना में भारत लीडिंग एमएफजी बनने की स्थिति में है ।
चीन से आगे निकलेगी भारतीय अर्थव्यवस्था
पूर्व टेक दिग्गज जॉन चैंबर्स दुनिया में भारत की संभावनाओं को लेकर भी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, एक दशक से ज्यादा समय में भारत की अर्थव्यवस्था चीन से 90 प्रतिशत बड़ी हो जाएगी। भारत के टॉप पोजीशन पर पहुंचने की वजह उसकी रिस्क लेने की इच्छा है। उन्होंने कहा, कुछ साल पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। ये पीएम मोदी की लगातार कोशिशों के कारण हुआ।
एआई टेक्नोलॉजी का होगा पॉजिटिव असर
जॉन चैंबर्स ने इस दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, मैं करीब 7 साल से एआई कंपनियों पर दांव लगा रहा हूं। इनमें भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं।
इस टेक्नोलॉजी का दुनिया पर पॉजिटिव असर होगा। एआई से हर नागरिक को फायदा होगा। बेशक इससे नौकरी कम होने की आशंका है।