ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का प्रशासन राज्य भर की विभिन्न जेलों में बंद कुख्यात अपराधियों और गुंडों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। यह निर्णय तब हुआ जब तीन युवकों ने गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस उन्हें प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी। प्रशासन ने 500 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने की मंशा से 61 माफियाओं की सूची तैयार कर ली है। सूची को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी की प्रतीक्षा की जा रही है। कानून व्यवस्था के विशेष महानिदेशक प्रशांत कुमार ने दावा किया है कि यूपी पुलिस ने मवेशी तस्करी, अवैध रेत खनन, शराब माफिया और अन्य संगठित अपराध समूहों पर अपनी आगामी कार्रवाई की तैयारी के लिए 61 अपराधियों की एक सूची तैयार की है।
सूची में कुछ बड़े नाम भी शामिल हैं-
सुधाकर सिंह, प्रतापगढ़, देवेंद्र प्रताप सिंह, गुड्डू सिंह कुंडा, उधम सिंह मेरठ, योगेश भदौरा मेरठ, बदन सिंह बद्दो, अजीत चौधरी अक्कू धर्मेंद्र किरथल, सुनील राठी, अभिषेक सिंह हनी उर्फ जहर, निहाल उर्फ बच्चा पासी। लिस्ट में मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, सलीम, सोहराब, रुस्तम, बबलू श्रीवास्तव, वलुमेश राय, कुंटू सिंह, सुभाष ठाकुर, संजीव माहेश्वरी जीवा और मुनीर के भी नाम भी हैं। लखनऊ की जेलों में भी काफी अपराधी बंद हैं। इनमें अतीक अहमद पुत्र उमर, संजीव जीवा, अभिषेक सिंह, एहशान गाजी, फिरदौस, राजू उर्फ तौहीद आदि शामिल हैं।